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भक्तों की भावनाओं को देखते हुए संत प्रेमानंद ने पदयात्रा में किया बदलाव, अब ऐसे हो सकेंगे दर्शन

Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Feb, 2025 10:22 AM

considering the sentiments of the devotees

UP News: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को लेकर लोग अपनी अलग-अलग राय रखते हैं। कुछ उन्हें भगवान मानते हैं, तो कुछ उन्हें गुरु मानते हैं। उनके दर्शन के लिए भक्त घंटों इंतजार करते हैं और बड़ी संख्या में...

UP News: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को लेकर लोग अपनी अलग-अलग राय रखते हैं। कुछ उन्हें भगवान मानते हैं, तो कुछ उन्हें गुरु मानते हैं। उनके दर्शन के लिए भक्त घंटों इंतजार करते हैं और बड़ी संख्या में उनके साथ पदयात्रा करते हैं। हाल ही में, प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात 2 बजे की पैदल यात्रा में बदलाव किया है। अब वे भोर में चार बजे केली कुंज आश्रम के बाहर गली में पैदल चलकर अपने अनुयायियों को दर्शन देंगे।

एनआरआई ग्रीन अपार्टमेंट के निवासियों का विरोध
संत प्रेमानंद महाराज रोज़ रात 2 बजे सुनरख रोड से श्री राधे हित केली कुंज आश्रम तक पैदल यात्रा करते थे, लेकिन हाल ही में सुनरख रोड स्थित एनआरआई ग्रीन अपार्टमेंट के कुछ निवासियों ने इस यात्रा से जुड़ी आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों को लेकर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि इस वजह से उन्हें बहुत परेशानी हो रही थी। इसके बाद, संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी पदयात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया और कार से यात्रा करने लगे।

भक्तों ने की अपील 
महाराज ने जब कार से यात्रा शुरू की, तो उनके अनुयायी नाराज हो गए और उन्होंने महाराज से पैदल यात्रा जारी रखने की अपील की। भक्तों की भावनाओं को देखते हुए, महाराज ने कुछ दूरी पैदल चलकर दर्शन दिए। अब, उन्होंने यह निर्णय लिया है कि वे रोज़ाना भोर में चार बजे केली कुंज आश्रम के बाहर गली में आकर कार से उतरेंगे और फिर पैदल यात्रा करेंगे, ताकि वे अपने भक्तों को दर्शन दे सकें और आश्रम में उनसे मुलाकात भी कर सकें।

सोशल मीडिया पर विवाद
यह घटना सोशल मीडिया पर बहुत चर्चा का विषय बन गई। कई लोगों ने एनआरआई ग्रीन अपार्टमेंट के निवासियों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने ब्रज की परंपराओं का अपमान किया है। बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र शास्त्री ने भी इस मामले पर कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग संतों का विरोध करते हैं, वे राक्षस से कम नहीं हैं। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर एनआरआई ग्रीन अपार्टमेंट के निवासियों की आलोचना तेज हो गई। वहीं, एनआरआई ग्रीन अपार्टमेंट में इस विवाद के बाद दो गुट बन गए हैं। एक गुट का मानना है कि महाराज का विरोध गलत था, और अगर किसी को कोई परेशानी थी, तो उसे सीधे आश्रम जाकर बात करनी चाहिए थी। उनका कहना था कि विरोध प्रदर्शन करने से ब्रज की छवि खराब हुई है। 
 

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