Edited By Ramkesh,Updated: 25 Dec, 2024 08:46 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर उन्हें नमन किया है। सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि सुशासन और प्रगति के अटल प्रतीक रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी का रोपित बीज एक...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर उन्हें नमन किया है। सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि सुशासन और प्रगति के अटल प्रतीक रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी का रोपित बीज एक वटवृक्ष बनकर राष्ट्र सेवा की नव पीढ़ियों को रच रहा है। आज उनकी 100वीं जयंती, भारत में सुशासन के एक राष्ट्र पुरुष की जयंती है। मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सत्ता पक्ष या विपक्ष की चिंता किए बिना मूल्यों और सिद्धांतों के साथ देश और समाज के लिए काम किया। पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती की पूर्व संध्या पर यहां आयोजित 'अटल गीत गंगा' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, "अटल जी देश में सुशासन के मॉडल के रूप में जाने जाते हैं। अटल जी को इस बात का प्रतीक माना जाता है कि एक सर्वसमावेशी और सर्वस्पर्शी राजनीति कैसी होनी चाहिए। उनके छह दशक के राजनीतिक जीवन को शुचिता, पारदर्शिता और ईमानदारी का प्रतीक माना जाता है।
आदित्यनाथ ने कहा, "अटल जी हमेशा कहा करते थे कि सिद्धांतों के बिना राजनीति मौत का फंदा है। उन्होंने छह दशक तक मूल्यों और सिद्धांतों वाली राजनीतिक विचारधारा का पालन किया। उन्होंने सत्ता पक्ष या विपक्ष की चिंता किए बिना मूल्यों और सिद्धांतों के साथ देश और समाज के लिए काम किया।" उन्होंने कहा, "अटल जी खरीद-फरोख्त की राजनीति से दूर रहे, ताकि देश में मर्यादा का पालन हो और मूल्यों की रक्षा हो सके। उन्होंने सत्ता की चिंता किए बिना भावी पीढ़ी के लिए मानक और आदर्श प्रस्तुत किए। आज भी ये मानक और आदर्श भारतीय राजनीति के लिए मार्गदर्शक हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री ने विकास के कई मॉडल दिए। उन्होंने ग्रामीण विकास, शहरी विकास, अंत्योदय की अवधारणा, देश के युवाओं के लिए रोजगार सृजन, भारत के सम्मान और गौरव की रक्षा और देश की सुरक्षा के लिए मॉडल देने का काम किया।" आदित्यनाथ ने कहा, "कवि, पत्रकार, राष्ट्रवादी विचारक, भारत माता के सच्चे सपूत और सच्चे संवेदनशील इंसान के रूप में अटल जी के प्रति सभी दलों, सभी व्यक्तियों और सभी भारतीयों के मन में आदर और श्रद्धा का भाव है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “उनकी पंक्तियां 'मेरे प्रभु मुझे इतना ऊंचा कभी मत देना, गैरों को गले न लगाऊं इतनी रुखाई कभी मत देना' राजनीति के लिए एक मानक हैं और वर्तमान पीढ़ी के लिए अपनी 'लक्ष्मण रेखा' पर चलने की नई प्रेरणा भी हैं। अटल जी की यादें लखनऊ के लोगों और पूरे भारत के लोगों के लिए एक नई जीवंतता का प्रमाण हैं।" 'अटल गीत गंगा' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "अटल जी के व्यक्तित्व और अंतरराष्ट्रीय जगत में उनकी ख्याति से हर कोई परिचित है।
अटल जी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को गौरवान्वित किया है।" सिंह ने कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ कैबिनेट में काम किया है। उन्होंने कहा, “अटल जी अक्सर लखनऊ के विकास की बात करते थे। उन्होंने लंबे समय तक लखनऊ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इस संसदीय क्षेत्र के सांसद रहते हुए अटल जी भारत के प्रधानमंत्री बने।” इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय व अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।