Edited By Ramkesh,Updated: 14 Dec, 2025 01:25 PM

उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनर जिले के मुख्यालय स्थित आरिया बाजार क्षेत्र में दबंगई और प्रशासनिक लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। वर्षों से न्यायालय में विचाराधीन जमीन विवाद के बावजूद कुछ दबंगों ने बिना किसी वैध न्यायिक आदेश के एक मकान को जेसीबी से...
अम्बेडकरनगर (कार्तिकेय द्विवेदी): उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनर जिले के मुख्यालय स्थित आरिया बाजार क्षेत्र में दबंगई और प्रशासनिक लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। वर्षों से न्यायालय में विचाराधीन जमीन विवाद के बावजूद कुछ दबंगों ने बिना किसी वैध न्यायिक आदेश के एक मकान को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। हैरानी की बात यह है कि यह पूरी कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में की गई, जिससे पीड़ित पक्ष में भारी आक्रोश है।
पीड़ित का आरोप- मामला न्यायालय में लंबित फिर कार्रवाई क्यों?
जानकारी के अनुसार विवादित जमीन का मामला न्यायालय में लंबित है और कथित तौर पर 78 नंबर भूमि के अनुपालन के नाम पर कार्रवाई की जानी थी, लेकिन दबंगों ने मनमानी करते हुए 76 नंबर का मकान गिरा दिया। पीड़ित महेंद्र सिंह का आरोप है कि उनका मकान पूरी तरह अवैध तरीके से ढहा दिया गया, जबकि न तो कोर्ट का कोई आदेश मौजूद था और न ही राजस्व विभाग का कोई अधिकारी मौके पर था।
पुलिस की मौजूदगी में दबंगों ने चलाया बुलडोजर
घटना की जानकारी मिलने के काफी देर बाद राजस्व कर्मी मौके पर पहुंचे और तब जाकर कार्रवाई को रोका गया। नायब तहसीलदार ने इस संबंध में कहा कि जब तक वे मौके पर पहुंचे, तब तक मकान गिराया जा चुका था। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में ही यह पूरी कार्रवाई हुई, लेकिन किसी ने समय रहते इसे नहीं रोका।
दो जेसीबी मशीन सीज
मामले में बढ़ते विरोध और फजीहत के बाद पुलिस ने दो जेसीबी मशीनों को सीज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पीड़ित महेंद्र सिंह ने कहा, “पुलिस की मौजूदगी में दबंगों ने हमारा मकान गिरा दिया। कोर्ट का कोई आदेश नहीं था। यह खुला अन्याय है और हम न्याय के लिए हर कानूनी रास्ता अपनाएंगे।
स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।