Edited By Prashant Tiwari,Updated: 20 Feb, 2023 02:45 PM

लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : करीब 11 साल से राज्य की सत्ता से दूर बहुजन समाज पार्टी अब आगामी चुनाव में पार्टी को मजबूत करने के साथ ही प्रदेश भर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए युवाओं के सहारे उतरेगी। पार्टी इस बार के लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय व...
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : करीब 11 साल से राज्य की सत्ता से दूर बहुजन समाज पार्टी अब आगामी चुनाव में पार्टी को मजबूत करने के साथ ही प्रदेश भर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए युवाओं के सहारे उतरेगी। पार्टी इस बार के लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय व जातीय गणित के साथ युवाओं पर दांव लगाने का विचार कर रही है। इसको लेकर ने पार्टी स्तर पर काम करना भी शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने खुद को युवाओं से जोड़ने के लिए प्रदेश भर के गांवों में युवा जोड़ो अभियान चलाने जा रही है।
गांवों के युवाओं पर लगाएगी दांव
लंबे समय से राज्य की सत्ता से दूर और लोकसभा में 10 व राज्यसभा में 0 सीट के साथ लगातार अपना जनाधार खोती जा रही बसपा अब लोकसभा चुनाव से पहले अपनी रणनीति बदलती हुई नजर आ रही है। पिछले लगातार 5 चुनावों में हार का सामना कर रही पार्टी ने अब खुद को लोगों से जोड़ने व खासकर गांव के युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए काम करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक युवाओं के सहारे वह आगामी 2024 के चुनावों में केंद्र व राज्य की सत्ता पर सत्तारूढ़ BJP को चुनौती देने का विचार कर रही है। इसके लिए पार्टी सुप्रीमो मायावती ने हर सेक्टर में बैठक कर युवाओं को जोड़ने का आदेश दिया है।

बसपा का चुनावी मंत्र होगा हर बूथ पर पांच यूथ
अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक बसपा अपने गांव चलो अभियान युवाओं को जोड़ेगी। इसके साथ ही वह BJP को गांवों में टक्कर देने के लिए संगठन में युवाओं की तरजीह देगी। बसपा अपने गांव चलो अभियान से प्रदेश के हर गांवों में सेक्टर बना कर बैठक करने का आदेश दिया है। हर सेक्टर में 10 बूथ कमेटियां बनेंगी, जिसकी कमान 5 युवा संभालेंगे। इन युवाओं में पार्टी सभी जाति व धर्म के लोगों को अपने साथ जोड़ेगी। जिससे वह अपने पुराने टैग से बाहर निकल सकें।

टिकट बंटवारे में दिखेगा असर
2024 के चुनावों में पार्टी इस बार युवा नेताओं को बड़े स्तर पर मौका देने पर विचार कर रही है। जिससे वह अपने आगामी चुनावों में इसका फायदा उठा सके। पार्टी प्रमुख मायावती भी कई बार सरकार पर निशाना साधने के दौरान BJP सरकार पर युवाओं को धोखा देने का आरोप लगा चुकी है। उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर प्रेस वार्ता के दौरान भी इस बार पर जोर दिया था कि पार्टी अब युवाओं को अपने साथ जोड़कर अपने पूरे दमखम के साथ BJP के खिलाफ चुनाव में उतरेगी।