Edited By Ramkesh,Updated: 23 Mar, 2025 01:34 PM

राजपूत योद्धा राणा सांगा पर सपा सांसद रामजी सुमन की विवादित टिप्पणी ने यूपी से दिल्ली तक सियासी पारा बड़ा दिया है। जहां पर एक तरफ सत्ता पक्ष उनके बयान की कड़ी निंदा कर रहा हैं तो दूसरी तरफ उनकी तारीफ करने में जुटा है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के...
लखनऊ: राजपूत योद्धा राणा सांगा पर सपा सांसद रामजी सुमन की विवादित टिप्पणी ने यूपी से दिल्ली तक सियासी पारा बड़ा दिया है। जहां पर एक तरफ सत्ता पक्ष उनके बयान की कड़ी निंदा कर रहा हैं तो दूसरी तरफ उनकी तारीफ करने में जुटा है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बड़ा बयान दिया है। अखिलेश ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा इतिहास के पन्ने पलटना बंद करे। राम जी सुमन ने इतिहास का कोई पन्ना पलट दिया, इतिहास किसने लिखा है, बीजेपी से निवेदन है इतिहास के पन्ने न पलटें, अगर पन्ने पलटे जाएंगे कि छत्रपति का तिलक होना था , पैर का बायें अंगूठे से उनका तिलक किया गया था, बीजेपी इसकी निंदा करेगी आज, बीजेपी छत्रपति को मानती है, बांये पैर से तिलक हुआ उसके लिए बीजेपी माफी मांगेगी क्या?
ये है पूरा मामला जिस पर छिड़ी हैं जंग
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सांसद रामजीलाल सुमन यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा बाबर को लाए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि बाबर का डीएनए मुसलमानों में है। सुमन ने कहा, “हिन्दुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता बल्कि वे मोहम्मद साहब और सूफी संतों की परंपराओं को अपना आदर्श मानते हैं।'' सांसद ने कहा कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा बाबर को लाया था।
मुसलमान तो बाबर की औलाद
सुमन ने कहा, ‘‘ मुसलमान तो बाबर की औलाद है, और तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय होना चाहिए।” हालांकि इस बयान के बाद सदन में काफी हंगामा मचा। इस बयान को लेकर सभापति ने संसदीय मर्यादाओं का ध्यान रखने की हिदायत देकर उन्हें बैठ जाने को कहा था। गौरतलब है कि राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम 1508 से 1528 तक मेवाड़ (राजस्थान) के शासक थे। उन्हें मुगल साम्राज्य के एक विरोधी के रूप में जाना जाता है।