Edited By Mamta Yadav,Updated: 18 Aug, 2024 09:38 PM
उत्तर प्रदेश के आगरा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी, मिश्रिलाल राजपूत, को धोखाधड़ी के गंभीर आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राजपूत पर आरोप है कि उन्होंने एक पीड़ित से एससी/एसटी एक्ट के मुकदमे को खत्म कराने के नाम पर 5...
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी, मिश्रिलाल राजपूत, को धोखाधड़ी के गंभीर आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राजपूत पर आरोप है कि उन्होंने एक पीड़ित से एससी/एसटी एक्ट के मुकदमे को खत्म कराने के नाम पर 5 लाख रुपए की मोटी रकम ली और उसे सीओ की फर्जी मुहर लगाकर एक फर्जी एफआर (फाइनल रिपोर्ट) थमा दी।
मामला तब उजागर हुआ जब पीड़ित ने इस धोखाधड़ी की शिकायत डीसीपी सिटी से की, जिन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए शनिवार को पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद थाना सदर पुलिस ने आरोपी मिश्रिलाल राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि मिश्रिलाल राजपूत, जिन्होंने हाल ही में खुद को लोधी समाज का प्रदेश उपाध्यक्ष बताया था, ने पीड़ित से यह राशि यह कहकर ली थी कि इसे बतौर जुर्माना शासन को जमा किया जाएगा। पीड़ित के साथ विश्वासघात करते हुए, उन्होंने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर पीड़ित को गुमराह किया।
जानकारी के अनुसार, मिश्रिलाल राजपूत ने गृह मंत्री अमित शाह के लीगल एडवाइजर से भी अपने संबंध बताए थे, जिससे उन्होंने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर पीड़ित को धोखे में रखा। इस मामले की जांच चल रही है, और पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है, क्योंकि एक पूर्व भाजपा नेता का इस प्रकार के गंभीर आरोपों में फंसना पार्टी की साख पर भी सवाल उठाता है।