Edited By Pooja Gill,Updated: 31 Dec, 2024 10:31 AM
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने मंगलवार को लोगों से प्रयागराज में महाकुंभ में पहुंचकर कांस्य और अन्य धातुओं से निर्मित भगवान शिव के विशालकाय डमरू और त्रिशूल का दर्शन करने का अनुरोध किया है...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने मंगलवार को लोगों से प्रयागराज में महाकुंभ में पहुंचकर कांस्य और अन्य धातुओं से निर्मित भगवान शिव के विशालकाय डमरू और त्रिशूल का दर्शन करने का अनुरोध किया है। बता दें कि महाकुम्भ-2025 उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होगा।
'डमरू और त्रिशूल आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं'
मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा “लोक आस्था के महापर्व 'प्रयागराज महाकुम्भ' में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अनेक मनभावन गंतव्य विकसित किए गए हैं।” इसी पोस्ट में कहा गया “इस कड़ी में, झूंसी में स्थापित भगवान शिव का विशालकाय डमरू और त्रिशूल आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। महाकुम्भ आएं, कांस्य व अन्य धातुओं से निर्मित इस डमरू व त्रिशूल के दर्शन अवश्य करें...।”
तीन टन है डमरू और त्रिशूल का वजन
हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच प्रयागराज में आयोजित होगा। एक जानकार ने बताया कि झूंसी के त्रिवेणीपुरम में दो उपरिगामी सेतु के बीच खाली पड़ी जगह को दो पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है और दोनों पार्कों के बीच पक्का चबूतरा बनाया गया है। इसमें एक चबूतरे पर विशाल डमरू और त्रिशूल स्थापित किया गया, जिसका वजन तीन टन है।