Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 05 Nov, 2022 06:24 PM

अपना दल सोने लाल की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुई गड़बड़ियों के मामले को लेकर कहा कि हम मुद्दे के साथ हैं इस पर सकारात्मक फैसला लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा...
लखनऊ: अपना दल सोने लाल की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुई गड़बड़ियों के मामले को लेकर कहा कि हम मुद्दे के साथ हैं इस पर सकारात्मक फैसला लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा, “69 हजार शिक्षक भर्ती प्रकरण में आरक्षण संबंधी विसंगतियों को दूर करके पिछड़ों के साथ न्याय होना चाहिए। इसमें कुछ समाधान हुआ था, लेकिन अभी संपूर्ण समाधान होना बाकी है और इस बात को हम निरंतर उत्तर प्रदेश की सरकार के मुखिया के समक्ष भी रख रहे हैं। इसके अलावा, अपने सहयोगी दल की टॉप लीडरशिप के साथ भी बात कर रहे हैं और इस मसले पर हम लगातार आवाज उठाते रहेंगे।”
दरअसल, अनुप्रिया वह अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में बोल रही थीं, यहां उनका दर्द छलक पड़ा। अनुप्रिया ने अपने ही परिवार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उन्होंने डॉक्टर सोने लाल पटेल के रास्ते पर चलने का फैसला लिया, जिसके बाद उन्हें और उनकी बहन को संपत्ति से बेदखल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उनकी पुत्री होने के नाते, पिता के रूप में उन्होंने जो कुछ भी मेरे लिए बनाया, उस संपत्ति से ही मैंने खुद को अलग कर लिया। मेरी छोटी बहन ने भी पिता के रास्ते पर चलने का फैसला लिया और संपत्ति से बेदखल हो गईं।
इसके साथ ही अनुप्रिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राजनीतिक साजिशों से भी बचने की सलाह देते हुए कहा कि जब अपना दल की सफलता सामने आई तो षडयंत्र-साजिशें सबकुछ शुरू हो गया। मेरे लिए सबसे ज्यादा पीड़ा की बात यह रही कि विरोध के स्वर सबसे पहले अपनों के बीच से ही उठने लगे, मेरे मन को बहुत कष्ट हुआ और मैं सालों से इस कष्ट के साथ जी रही हू्ं, लेकिन अपना दल का जो लक्ष्य है और डॉ सोने लाल पटेल जी का जो सपना है, उसको पूरा किए बिना मैं पीछे हटने वाली नहीं। अपने मन में मैंने ये संकल्प लिया कि शेर बाप की बेटी कभी पीछे नहीं हट सकती। अपना दल करोड़ों कार्यकर्ताओं के संघर्ष और तपस्या से बना हुआ है।”