Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 15 Oct, 2020 05:45 PM
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि स्व. पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम देश के लिये सपने देखते थे और हमारे युवाओं को उन्हें आत्मसात करने...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि स्व. पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम देश के लिये सपने देखते थे और हमारे युवाओं को उन्हें आत्मसात करने की जरूरत है।पटेल आज राजभवन से कलाम की 89वीं जयन्ती के अवसर पर अब्दुल कलाम सेन्टर द्वारा लखनऊ में शुरू किये जा रहे ‘कलाम किचन' और ‘कलाम डिजिटल स्कूल' का ऑनलाइन शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत रत्न डॉ. कलाम देश के लिये सपने देखते थे। देश को अंतरिक्ष में पहुंचाने और मिसाइल क्षमता से लैस करने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने को सदैव एक शिक्षक ही माना। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम ज्ञान आधारित समाज का सपना देखते थे और उनका द्दष्टिकोण समाधान केन्द्रित था।
उन्होंने कहा कि डॉ0 कलाम ऐसे राष्ट्र नायक थे, जिन्होंने अपने कार्यों और विचारों से न केवल लोगों को प्रेरित किया, बल्कि युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन करते हुए असम्भव को भी सम्भव कर दिखाने की प्रेरणा दी। उनकी दी हुई शिक्षाओं को हमारे युवाओं को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने विज्ञान के साथ सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक क्षेत्र में भी कई नये विचार दिये।
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ0 एपीजेअब्दुल कलाम के विजन को आगे ले जाने में कलाम सेन्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लखनऊ में ‘कलाम किचन' की शुरूआत उन लोगों के लिए की जा रही है, जिनकी आय में कोरोना महामारी के कारण कमी आई है। यह किचन अगले दो महीने तक 10 हजार से भी अधिक लोगों की मदद मासिक राशन किट देकर करेगा। ‘कलाम डिजिटल स्कूल' के माध्यम से विद्यार्थी नि:शुक्ल एनिमेशन द्वारा डा0 कलाम से सीधे पढ़ सकते हैं।