Edited By Imran,Updated: 10 Sep, 2024 05:24 PM
जिले में जीवन दाहिनी स्वास्थ्य विभाग 108 और 102 ए एल एस एंबुलेंस कर्मचारी संघ न्याय पैदल यात्रा से जुड़े लोग इस वक्त परेशान होते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने अब अपनी समस्याओं को उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचाने की कसम खा ली है।
इटावा ( अरवीन कुमार ): जिले में जीवन दाहिनी स्वास्थ्य विभाग 108 और 102 ए एल एस एंबुलेंस कर्मचारी संघ न्याय पैदल यात्रा से जुड़े लोग इस वक्त परेशान होते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने अब अपनी समस्याओं को उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचाने की कसम खा ली है।
वहीं, आज एंबुलेंस संघ से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे जहां पर उन्होंने अपनी समस्याओं के बारे में बताया कि जिस कंपनी की तरफ से उनको रखा गया था उस कंपनी की तरफ से उनका लगातार शोषण किया जा रहा है। उनको नौकरी तक से बाहर निकाल दिया गया। बताया जा रहा है कि यह पैदल यात्रा 20 सितंबर को लखनऊ के कंपनी गार्डन में पहुंचेगी जहां पर एंबुलेंस संघ से जुड़े लोग स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करेंगे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एंबुलेंस संघ ने उठाई आवाज
इस पैदल यात्रा में शामिल क्रांति जीवनदायनी संघ से जुड़े शरद यादव ने बताया कि हम एंबुलेंस कर्मचारी की कुल 5 मांगे हैं। हम लोग कोविड काल से पहले से जनता की सेवा में जुटे हुए थे और एंबुलेंस चलाने का काम कर रहे थे लेकिन जिस कंपनी के जरिए हम लोगों को रखा गया था उस कंपनी ने 10 साल हो जाने के बाद 9000 एंबुलेंस कर्मचारी को बाहर निकाल दिया सबसे पहले इसकी बहाली हो। वहीं दूसरी मांग के बारे में बताया गया है कि एंबुलेंस कर्मचारी की जो भर्ती की जाती है उसमें सबसे ज्यादा रुपए लिए जाते हैं और खास बात यह है कि पुराने लोगों को बाहर निकाल दिया जाता है और नए लोगों भर्ती के तौर पर रख लिया जाता है पहले इसको रोका जाए।
वहीं, बताया कि सरकार के द्वारा इस कंपनी पर दबाव बनाया गया। लेकिन जिस कंपनी की तरफ से एंबुलेंस कर्मचारी को रखा जाता है उस पर कोई भी फर्क नहीं पड़ा और भ्रष्टाचार लगातार जारी है। वहीं कर्मचारियों ने मांग की है कि हम लोगों को पुनः वापस लिया जाए और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जाए।