Edited By Anil Kapoor,Updated: 17 Jan, 2025 10:57 AM
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के दौरान बदलते मौसम के कारण श्रद्धालुओं की सेहत पर विपरीत असर पड़ने लगा है। दिन में गर्मी और सुबह-शाम ठंड से कुछ श्रद्धालु बीमार हो गए हैं। राजस्थान से आए मदन दास नामक श्रद्धालु को संगम में स्नान करने के बाद हार्ट...
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के दौरान बदलते मौसम के कारण श्रद्धालुओं की सेहत पर विपरीत असर पड़ने लगा है। दिन में गर्मी और सुबह-शाम ठंड से कुछ श्रद्धालु बीमार हो गए हैं। राजस्थान से आए मदन दास नामक श्रद्धालु को संगम में स्नान करने के बाद हार्ट अटैक आया। अस्पताल जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। इसके अलावा, 8 अन्य श्रद्धालुओं को हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है, जिनमें साधु-संन्यासी भी शामिल हैं।
मदन दास की मौत, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा
बुधवार रात और गुरुवार सुबह मौसम काफी ठंडा रहा, लेकिन श्रद्धालु आस्था और विश्वास के साथ संगम समेत अन्य घाटों पर डुबकी लगाते रहे। सेक्टर 19 में एक संत के शिविर में स्नान करने के बाद मदन दास को सांस लेने में परेशानी हुई। उन्हें मेडिकल स्टोर से दवा मंगवाकर दी गई, लेकिन कुछ समय बाद उनकी हालत फिर से बिगड़ गई। साथी उन्हें सेक्टर 20 के उप केंद्रीय अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बताया कि रास्ते में ही उनकी मौत हो चुकी थी।
हार्ट अटैक के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी
केंद्रीय अस्पताल में गुरुवार को 6 मरीजों को लाया गया, जिनमें हार्ट अटैक का मामला सामने आया। इन सभी मरीजों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया और उनका इलाज जारी है।
शिविरों में डॉक्टरों की टीम भेजी जाएगी
केंद्रीय अस्पताल ने शुक्रवार से एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत 3 डॉक्टरों की एक टीम संतों के शिविरों में जाकर वहां के श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। इस टीम द्वारा ब्लड प्रेशर, शुगर और अन्य बीमारियों की जांच की जाएगी। किसी भी स्वास्थ्य समस्या का सामना करने पर उन्हें तत्काल दवाएं दी जाएंगी।
मेडिकल कैंप की सुविधा जारी रहेगी
अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डॉ. मनोज कुमार कौशिक ने बताया कि सेक्टर 5 से मेडिकल कैंप की शुरुआत की जाएगी और जब तक अस्पताल पर मरीजों का दबाव कम है, तब तक यह सुविधा शिविरों में जारी रहेगी।
सतर्कता बरतने की सलाह
डॉक्टरों ने श्रद्धालुओं से मौसम के बदलते प्रभाव से बचने की अपील की है। सर्दी और गरमी के इस मिश्रित मौसम में सावधानी बरतना जरूरी है, खासकर दिल और सांस संबंधी बीमारियों से बचने के लिए।