Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 05 Sep, 2022 01:22 PM

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर ने सोमवार को दर्जनों पदाधिकारियों संग पार्टी की सदस्यता छोड़ दी। इस दौरान उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष...
मऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर ने सोमवार को दर्जनों पदाधिकारियों संग पार्टी की सदस्यता छोड़ दी। इस दौरान उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वह पार्टी के मिशन से भटक चुके हैं।
मऊ जनपद मुख्यालय स्थित एक प्लाजा में संवादाताओं से बातचीत में महेंद्र राजभर ने कहा कि सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर एनकेन प्रकारेण केवल धन बटोरने के चक्कर में लगे रहते हैं। बीस वर्ष पूर्व 27 अक्टूबर 2002 को सबकी उपस्थिति में पार्टी की स्थापना की गई थी। उस समय पार्टी का मिशन गरीब, दलित, मजदूर व वंचित समाज का उत्थान रखा गया था जबकि उसके बाद से कार्यकर्ताओं के खून पसीने से बनी पार्टी का उपयोग उन्होंने केवल धन बटोरने के लिए किया है। उनके इन कुकर्मों से आहत होकर प्रदेश महासचिव अर्जुन चौहान प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अवधेश राजभर सहित दर्जनों साथियों सहित लोगों ने सुभासपा की सदस्यता छोड़ने का निर्णय लिया है। ओमप्रकाश राजभर आरोप लगाते हुए महेंद्र राजभर ने कहाकि मऊ सदर विधायक अब्बास अंसारी को पूरे देश की पुलिस तलाश रही है जबकि काफी संभावना है कि वह ओमप्रकाश राजभर के घर में छिपे हो सकते हैं।
गौरतलब है कि 2017 विधानसभा चुनाव में मऊ सदर से सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर को भाजपा सुभासपा गठबंधन का प्रत्याशी बनाया गया था, जो बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। उस समय एक चुनावी सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महेंद्र को मंच से कटप्पा की संज्ञा देते हुए कहाकि महेंद्र चौहान उफर् कटप्पा ही मऊ के बाहुबली को मार सकता है। तब से महेंद्र काफी चर्चा में आ गए, हालांकि वह मुख्तार अंसारी से कांटे की टक्कर में महज छ: हजार वोट से चुनाव हार गए थे।