Edited By Purnima Singh,Updated: 05 Jan, 2025 06:01 PM
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज ने अपने अपरहण की वो खौफनाक कहानी अपनी जुबानी बयां करी। अभिनव बोले अपरहणकर्ता पहले शराब पिलाते, फिर मारते, कभी प्लास्टिक के पाइप से मारते तो कभी पिस्टल की बटों से मारते।
हाथरस (सूरज मौर्य) : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज ने अपने अपरहण की वो खौफनाक कहानी अपनी जुबानी बयां करी। अभिनव बोले अपरहणकर्ता पहले शराब पिलाते, फिर मारते, कभी प्लास्टिक के पाइप से मारते तो कभी पिस्टल की बटों से मारते। इतनी शराब पीला देते थे कि कभी होश में नहीं आने दिया। बोलते थे पैसे लेने के बाद तुझे मार देंगे। एफआईआर न करने के लिए बच्चे की कसम खिलवाई थी। हाथरस पुलिस का शुक्रिया समय पर नहीं आती तो वो मार देते।
मैनेजर ने हाथरस पुलिस को रहा शुक्रिया
अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त होकर आए जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज ने हाथरस पुलिस का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने बताया यदि हाथरस पुलिस समय पर न पहुंचती तो बदमाश उनकी जान ले लेते। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद अभिनव अपने घर पर पहुंचे तो उनके घर पर परिवार के लोग काफी खुश दिखाई दिए। अपहरण कांड में शामिल तीन और बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
अभिनव भारद्वाज ने सुनाई अपनी आपबीती
अपरहण कर्ताओं के चंगुल से रिहा होने के बाद अभिनव भारद्वाज ने पूरी आपबीती बताई। अभिनव ने बताया 1 जनवरी को वह सिकंद्राराऊ गए थे। वहां उन्होंने कुछ काम निपटाए और उसके बाद सिकंद्राराऊ में अपने सहकर्मियों के साथ एक होटल में पार्टी में शामिल हुए। उसके बाद शाम 7 बजे के लगभग उनका ही एक सहकर्मी उन्हें सिकंद्राराऊ के पंत चौराहे पर छोड़ गया। इस चौराहे पर वाइन की दुकान के निकट उन्होंने कुछ खरीदारी की और पानी पिया तो वहां अपहरणकर्ता पहले से ही घात लगा कर बैठे थे। उन्होंने वहां पानी पिया तो इस पानी में कोई नशीली वस्तु मिली हुई थी। इस पर वह थोड़ा अचेत हो गए। थोड़ा अचेत अवस्था में ही वह टेंपो में बैठ गए तो बदमाशों ने उन्हें टेंपो से उतार कर अपनी स्विफ्ट कार में डाल लिया। कार में डालकर अल्मोडा ले गए। वहां एक मकान के अन्दर बन्द कर रखा।