Edited By Anil Kapoor,Updated: 15 Feb, 2025 12:21 PM
![wedding procession returned without the bride at the farewell](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_12_20_132412433kanpur-ll.jpg)
Kanpur News: उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले में चकेरी के सनिगवां क्षेत्र में बुधवार रात एक गेस्ट हाउस में शादी का समारोह हो रहा था। शादी के दौरान सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन तभी एक अनपेक्षित घटना घटी। दुल्हन का पहला पति समारोह में पहुंच गया, जिसके...
Kanpur News: उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले में चकेरी के सनिगवां क्षेत्र में बुधवार रात एक गेस्ट हाउस में शादी का समारोह हो रहा था। शादी के दौरान सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन तभी एक अनपेक्षित घटना घटी। दुल्हन का पहला पति समारोह में पहुंच गया, जिसके बाद हंगामा मच गया। यह घटना बहुत ही अजीब थी, क्योंकि दुल्हन के पहले पति ने शादी का विरोध करना शुरू कर दिया।
3 साल पहले कोर्ट में हुई थी पहली शादी
पहले पति ने दावा किया कि उसने युवती से 3 साल पहले कोर्ट मैरिज की थी, लेकिन कुछ माह पहले दोनों के बीच विवाद हुआ था और फिर वह युवती को छोड़कर चला गया। इस दौरान युवती के परिवार ने उसकी शादी दूसरी जगह तय कर दी थी। लेकिन जब दूल्हे के परिवार को इस बात का पता चला, तो उनके होश उड़ गए और वे सकते में आ गए।
बुलानी पड़ी पुलिस
दूल्हे और उसके परिवारवालों ने इस मामले को लेकर हंगामा किया और डायल-112 पर कॉल किया। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की जांच की। युवती ने स्वीकार किया कि उसने पहले शादी की थी और अब उसने विदाई से इनकार कर दिया। इसके बाद बारात को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा।
किसी ने नहीं दी कोई तहरीर
चौकी प्रभारी अंकित खटाना ने बताया कि युवती के पहले पति ने शादी के बाद विदाई के समय पहुंचकर इसका विरोध किया था, और युवती ने ससुराल जाने से मना कर दिया। इस वजह से बारात बिना दुल्हन के लौट गई। हालांकि, इस मामले में किसी भी पक्ष से पुलिस में कोई तहरीर नहीं दी गई।
अनाथ बेटियों के सपनों को पंख दे रहे अजीत अग्रवाल
कानपुर के श्याम नगर निवासी अजीत अग्रवाल समाज में एक मिसाल पेश कर रहे हैं। वे अनाथ बेटियों की शिक्षा और विवाह का खर्च उठाते हैं। उनका यह कार्य कई सालों से चल रहा है और इसमें उनका परिवार भी उनके साथ है। अजीत अग्रवाल अपनी शादी की सालगिरह पर गरीब और अनाथ बेटियों की शादी कराते हैं। अब तक उन्होंने 336 बेटियों का विवाह करवाया है।
विवाह का आयोजन साल दर साल बढ़ता जा रहा
अजीत अग्रवाल ने बताया कि 21वीं शादी की सालगिरह में 11, 22वीं में 11, 23वीं में 12, 24वीं में 15, 25वीं में 25, 26वीं में 81 और 27वीं में 181 बेटियों का विवाह कराया। इन विवाहों के लिए वे कोई चंदा नहीं लेते। वे खुद अपने खर्च पर इन बेटियों को घर गृहस्थी के सामान, जैसे मंगलसूत्र, पायल, बिछिया, और एक तुलसी का गमला भी देते हैं।
इस साल 16 फरवरी को 101 बेटियों का विवाह
इस साल 16 फरवरी को अजीत अग्रवाल और उनका परिवार सामूहिक विवाह समारोह आयोजित कर रहे हैं। इस आयोजन में 101 बेटियों की शादी कराई जाएगी, जिनमें से 51 बेटियां अनाथ हैं। अजीत अग्रवाल का यह कार्य समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला रहा है और उनकी पहल समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है।