Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Jul, 2025 12:46 PM

Rampur News: रामपुर की गुलफशा का नाम कुछ दिनों पहले तक सोनम और मुस्कान जैसे कड़वे हादसों से जुड़ा था। उसकी होने वाली शादी से ठीक एक दिन पहले उसका मंगेतर निहाल की हत्या हो गई। शुरुआत में शक गुलफशा पर गया और उसका नाम एफआईआर में भी दर्ज......
Rampur News: रामपुर की गुलफशा का नाम कुछ दिनों पहले तक सोनम और मुस्कान जैसे कड़वे हादसों से जुड़ा था। उसकी होने वाली शादी से ठीक एक दिन पहले उसका मंगेतर निहाल की हत्या हो गई। शुरुआत में शक गुलफशा पर गया और उसका नाम एफआईआर में भी दर्ज हो गया। लोग उसकी सच्चाई पर सवाल उठाने लगे। लेकिन रामपुर पुलिस की जांच ने सारी गलतफहमियां दूर कर दीं और गुलफशा को पूरी तरह क्लीन चीट मिली।
निहाल की मौत और जांच की शुरुआत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गंज थाना क्षेत्र के निहाल की 15 जून को शादी थी, लेकिन 14 जून को उसकी लाश मिली। निहाल के परिवार वालों ने हत्या का आरोप गुलफशा पर लगाया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए हर जगह के सीसीटीवी फुटेज जांचे और कई लोगों से पूछताछ की। जांच में सामने आया कि निहाल को आखिरी बार उसका गांव का युवक सद्दाम साथ लेकर गया था। सद्दाम गुलफशा के घर कारचोब का काम करता था और उसका गुलफशा से एकतरफा प्यार था।
सद्दाम का नाम और सच का खुलासा
जब पुलिस ने गुलफशा से पूछताछ की, तो शुरू में वह चुप रही। लेकिन बाद में सच सामने आया कि सद्दाम ने ही निहाल की हत्या की थी। गुलफशा ने बताया कि सद्दाम ने कई बार उससे शादी करने के लिए दबाव बनाया और धमकाया भी कि अगर उसने मना किया तो वह उसे और उसके परिवार को नुकसान पहुंचाएगा। डर के कारण गुलफशा ने किसी को कुछ नहीं बताया और यही उसकी सबसे बड़ी गलती थी।
गुलफशा की मजबूरी और पुलिस की निष्पक्षता
गुलफशा ने कहा कि मेरी शादी 15 जून को होनी थी, लेकिन एक दिन पहले ही मेरा मंगेतर मारा गया। सद्दाम ने निहाल को मार डाला क्योंकि वह मुझसे शादी चाहता था और मेरा मना करने पर उसने निहाल को रास्ते से हटा दिया। जब निहाल के परिजनों ने गुलफशा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, तो उसे लगा कि अब उसकी जिंदगी खत्म हो जाएगी। लेकिन रामपुर पुलिस ने निष्पक्ष जांच कर उसका नाम केस से हटा दिया। पुलिस के अनुसार, गुलफशा का इस हत्या में कोई हाथ नहीं था और सारे सबूत भी यही साबित करते हैं।
पुलिस का बयान और न्याय की उम्मीद
पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने बताया कि शुरुआती जांच में गुलफशा का नाम आया था, लेकिन गहराई से जांच में कोई सबूत नहीं मिला। इसलिए उसका नाम हटाकर मामले की जांच पूरी कर ली गई। गुलफशा अब बस यही चाहती है कि उसके मंगेतर निहाल की हत्या करने वाले सद्दाम को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि कोई और लड़की ऐसी दर्दनाक घटना का सामना ना करे। वहीं यह पूरा मामला ना सिर्फ गुलफशा के लिए राहत की खबर है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कभी-कभी सच सामने आने में वक्त लगता है, लेकिन अंत में इंसाफ जरूर होता है।