Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Aug, 2019 10:15 AM

मौजूदा समय में जिस तरह सुप्रीम कोर्ट में सप्ताह में 5 दिन सुनवाई हो रही है उसको देखते हुए लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या विवाद पर शीघ्र निर्णय आने की आस भी जग गई है।
अयोध्या: मौजूदा समय में जिस तरह सुप्रीम कोर्ट में सप्ताह में 5 दिन सुनवाई हो रही है उसको देखते हुए लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या विवाद पर शीघ्र निर्णय आने की आस भी जग गई है। इसी के चलते अयोध्या में सरगर्मियां बढ़ गई हैं। लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं इन सबके बीच विश्व हिंदू परिषद क्या नई रणनीति बना रही है।

बता दें कि विश्व हिंदू परिषद ने पिछले 22 वर्षों से तराशे गए पत्थरों की साफ सफाई के लिए प्रशिक्षित कारीगरों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। लगभग ढाई सौ साफ सफाई के लिए प्रशिक्षित कारीगरों से संपर्क भी कर लिया गया है। जिसमें अधिकतर महिलाएं हैं। आने वाले कुछ समय में इन सभी को विश्व हिंदू परिषद अयोध्या बुलाने वाली है। जो राम मंदिर निर्माण के लिए तराशे गए पत्थरों की साफ सफाई शुरू करेंगे। जिससे राम मंदिर निर्माण के समय इन तराशे गए पत्थरों की साफ सफाई का काम पूरा हो चुका रहे।
75 प्रतिशत पत्थरों का कार्य पूरा: शरद शर्मा
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा की माने तो राम मंदिर के लिए उपयोग में लाए जाने वाले 75 प्रतिशत पत्थरों का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। तराशे गए इन पत्थरों से राम मंदिर की पहली मंजिल का निर्माण पूरा हो जाएगा। दूसरी मंजिल के लिए भी लगभग आधा काम पूरा होने को है। तराश कर रखे गए इन्हीं पत्थरों की साफ सफाई के लिए करीब ढाई सौ प्रशिक्षित मजदूरों से संपर्क साधा गया है जो अयोध्या पहुंचकर पत्थरों की साफ सफाई करेंगे। खास बात यह है कि इसमें ज्यादातर महिलाएं होंगी। विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि जब तक इन पत्थरों से निर्माण होगा तब तक शेष पत्थर भी तराश लिए जाएंगे।