Edited By Ramkesh,Updated: 09 Feb, 2025 05:40 PM
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर एक किसान ने बिजली विभाग के अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल, लोनी कटरा थाना क्षेत्र के शाहपुर सिदवी गांव में एक किसान परिवार का बिजली का बिल लगभग 94 हजार 8 सौ 64...
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर एक किसान ने बिजली विभाग के अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल, लोनी कटरा थाना क्षेत्र के शाहपुर सिदवी गांव में एक किसान परिवार का बिजली का बिल लगभग 94 हजार 8 सौ 64 रुपए बिजली का बिल आया था। बिजली का बिल देखकर किसान हैरान हो गया। पीड़ित ने बिल को सही करवाने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी के ऑफिस पहुंचा तो बिजली बिल ठीक कराने के बदले कहा कि ‘बिल सही कराना है तो अपनी पत्नी को अकेले में भेजो’सही कर दूंगा।
अधिशासी अभियंता पर किसान का आरोप
जानकारी के मुताबिक गलत रीडिंग से किसान का बिजली बिल बढ़ गया था। जिसे सुधारने के बदले अधिकारी ने घटिया शर्त रखी। किसान ने IGRS पोर्टल के जरिए MD से इस मामले में शिकायत की। प्रार्थी की ओर से दिए गए शिकायत पत्र के मुताबिक, 13 मार्च 2024 को अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार निरीक्षण करने के लिए आए थे। वो प्रार्थी के घर पर भी गए तभी उक्त अधिकारी ने कहा कि ‘तुम्हारी पत्नी बहुत सुंदर है’. जिसके बाद वह चला गया, अगले दिन गलत रीडिंग करके बिल बढ़ा दिया गया। जिसके बाद 16 मार्च 2024 को प्रार्थी ने इसकी शिकायत की। तब प्रदीप ने उसके सामने ऐसी गंदी शर्त रखी।
अब 40 हजार रुपये का भी इंतजाम कर लेना और बीबी को अकेले भेजो
इसके बाद 31 जनवरी 2025 को प्रार्थी फिर से शिकायत के लिए दफ्तर पहुंचा। जहां बाहर में एक मोड़ के पास उसे प्रदीप मिल गया। जब प्रार्थी ने अनुरोध किया तो उसने कहा कि अब तुम्हे अपनी पत्नी को भी अकेले में भेजना पड़ेगा और 40 हजार रुपये का भी इंतजाम कर लो, तभी तुम्हारा कनेक्शन चालू हो पाएगा। प्रार्थी ने इस मामले में अधिकारी के खिलाफ जांच कर दंड देने की मांग की है।
जेई ने आरोप को बताया झूठा
वहीं आरोपी जेई प्रदीप कुमार का कहना है, मेरे ऊपर लगे सभी आरोप गलत और निराधार हैं। मेरे ऊपर जो आरोप लगे हैं, उसके खिलाफ मैंने केस दर्ज करवा दिया है। हैदरगढ़ के सीओ से मिलकर मैंने उनको सारी बात बता दी है। 13 मार्च 2024 को इनके घर का कनेक्शन काटा गया था। अजीत रावत को मैं पहचानता तक नहीं हूं। इनका कहना है, ये मुझसे इसी 31 जनवरी को मिले भी थे, जो गलत है। मैं ऑफिस के बाहर इनसे मिला भी नहीं हूं। जिनका पैसा जमा नहीं होता है उनके कनेक्शन काटे जाते हैं। पैसा जमा न करना पड़े, इसलिए इनके द्वारा झूठे आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल किसान ने मामले में जांच कर दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है।