Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 May, 2022 06:08 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अगले पांच साल में मक्के का उत्पादन दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि 2021-2022 में मक्के का उत्पादन 14.67 लाख...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अगले पांच साल में मक्के का उत्पादन दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि 2021-2022 में मक्के का उत्पादन 14.67 लाख मीट्रिक टन था। पांच साल में इसे बढ़ाकर 27.30 लाख मेट्रिक टन करने का लक्ष्य है। इसके लिए रकबा बढ़ाने के साथ प्रति हेक्टेयर प्रति कुंतल उत्पादन बढ़ाने पर भी बराबर का जोर होगा।
मक्के का प्रयोग ग्रेन बेस्ड इथेनॉल उत्पादन करने वाली औद्योगिक इकाइयों,कुक्कुट एवं पशुओं के पोषाहार, दवा, कास्मेटिक, गोद, वस्त्र, पेपर और एल्कोहल इंडस्ट्री में भी इसका प्रयोग होता है। इसके अलावा मक्के को आटा, धोकला, बेबी कार्न और पाप कार्न के रूप में तो ये खाया ही जाता है। किसी न किसी रूप में ये हर सूप का अनिवार्य हिस्सा है।
सूत्रों ने बताया कि ये सभी क्षेत्र संभावनाओं वाले हैं। आने वाले समय में इनके विस्तार के साथ ही मक्के की मांग भी बढ़ेगी। इस बढ़ी मांग का अधिक्तम लाभ प्रदेश के किसानों को हो इसके लिए सरकार मक्के की खेती के प्रति किसानों को जागरूक करेगी। उनको खेती के उन्नत तौर तरीकों की जानकारी देने के साथ सीड रिप्लेसमेंट (बीज प्रतिस्थापन) की दर को भी बढ़ाएगी। किसानों को मक्के की उपज का वाजिब दाम मिले इसके लिए सरकार पहले ही इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के दायरे में ला चुकी है।