Edited By Pooja Gill,Updated: 15 Apr, 2025 08:55 AM

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2018 में शुरू की गई एक जिला-एक उत्पाद योजना ने उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया और घनी आबादी वाला यह राज्य निवेशकों के लिए ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है...
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2018 में शुरू की गई एक जिला-एक उत्पाद योजना ने उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया और घनी आबादी वाला यह राज्य निवेशकों के लिए ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर ये बातें कही। उन्होंने कहा कि कुंभ 2019 और महाकुम्भ 2025 के आयोजन ने उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी। 2017 में सत्ता संभालने के बाद उन्होंने कुंभ को विश्वस्तरीय आयोजन बनाने का संकल्प लिया। दुनिया कुंभ को गंदगी और अव्यवस्था से जोड़ती थी, लेकिन हमने इसे आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, और मानवीय पहचान दी। 2025 के महाकुंभ में 100 से अधिक देशों के लोग और 66 करोड़ श्रद्धालुओं की भागीदारी ने भेदभाव की धारणा को ध्वस्त कर दिया।
'इंसेफलाइटिस से होने वाली मौतों को शून्य तक पहुंचाया'
सीएम योगी ने कहा, गंगा-यमुना-सारस्वती के संगम का जल साफ पाया गया, जो भारतीय संस्कृति की शक्ति को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले भारत पहचान और अविश्वास का शिकार था, लेकिन आज यह पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। गरीब कल्याण योजनाओं जैसे 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 50 करोड़ को आयुष्मान काडर् (5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा), 45 करोड़ जन धन खाते, 12 करोड़ शौचालय, 10 करोड़ उज्ज्वला कनेक्शन, और 3 करोड़ बिजली कनेक्शन देश और दुनिया में क्रांति ला दी। स्वच्छ भारत मिशन ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफलाइटिस से होने वाली मौतों को शून्य तक पहुंचाया, जो एक बड़ी उपलब्धि है।
'कोविड के दौरान 40 लाख प्रवासी श्रमिकों को दिया रोजगार'
योगी ने गर्व से कहा कि मैंने गोरखपुर में 40 वर्षों में 50,000 बच्चों की मौत देखी, लेकिन अब यह संभव हुआ। डेंगू और मलेरिया पर भी नियंत्रण पाया गया। 2018 में शुरू की गई वन जिला-वन उत्पाद योजना ने उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया। 77 उत्पादों को जीआई टैग मिला, जैसे पीलीभीत की बांसुरी, काशी की शहनाई, मुरादाबाद का पीतल और सिद्धार्थनगर का काला नमक चावल। सीएम योगी ने कहा कि पहले लोग चीनी उत्पाद गिफ्ट करते थे, अब फिरोजाबाद की ग्लास मूर्तियां और वाराणसी का सिल्क वस्त्र प्रचलन में हैं। कोविड के दौरान 40 लाख प्रवासी श्रमिकों को वापस लाकर स्थानीय रोजगार दिया गया। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को क्वारंटीन, मुफ्त भोजन और 15 दिन का राशन देकर उनकी स्किल मैपिंग की गई, जिससे उन्हें स्थानीय एमएसएमई इकाइयों में काम मिला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत हर साल एक लाख युवाओं को बिना गारंटी और ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। 31 मार्च तक 30,000 युवा इससे जुड़ चुके हैं और 2 लाख ने आवेदन किया है। सीएम योगी ने कहा कि युवाओं के पास विजन है, सरकार पूंजी देगी। उत्तर प्रदेश निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है, जहां एमएसएमई इकाइयों को बढ़ावा दिया जा रहा है।