Edited By Umakant yadav,Updated: 18 May, 2020 01:05 PM
कोरोना के मद्देनजर देश में लागू लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। जिसकी वजह से रोजी-रोटी से परेशान उत्तर प्रदेश के मजदूरों का पलायन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच प्रदेश की योगी सरकार लॉकडाउन...
लखनऊ: कोरोना के मद्देनजर देश में लागू लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। जिसकी वजह से रोजी-रोटी से परेशान उत्तर प्रदेश के मजदूरों का पलायन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच प्रदेश की योगी सरकार लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को जल्दी ही सरकारी राशन उपलब्ध कराएगी। इसके तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो खाद्यान्न और एक किलो चना प्रति परिवार दिया जाएगा।
इसी महीने से शुरू होगा राशन वितरण का तीसरा चक्र
बता दें कि मजदूरों के सामने काल बनकर आए लॉकडाउन में प्रदेश सरकार एक माह में दो बार राशन वितरण का काम कर रही है। पहले वितरण चक्र में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित अन्त्योदय, मनरेगा, श्रम विभाग और नगर निगम में पंजीकृत मजदूरों को निशुल्क अनाज के अलावा अवशेष पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को खाद्यान्न दिया जा रहा है। जबकि 15 तारीख से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल और 1 किलो चना प्रति परिवार दिया जा रहा है। प्रवासी मजदूरों को राशन देने के लिए अब राशन वितरण का तीसरा चक्र भी इसी महीने से शुरू किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को सरकारी राशन की दुकान से राशन कैसे दिया जाए? इस पर मंथन चल रहा है। ज्ञात हो कि सरकारी अनाज राशन कार्ड पर दिया जाता है और मौजूदा व्यवस्था में राशन कार्ड के लिए आधार जरूरी होता है। अब कोरोना की विषम परिस्थितियों में तय किया गया है कि प्रवासी मजदूरों को जरूरी शर्तें पूरी ना होने की स्थिति में अस्थाई राशन कार्ड दिया जाए। उसी के आधार पर उन्हें फिलहाल राशन दिया जाएगा।