Edited By Ajay kumar,Updated: 30 Dec, 2022 09:42 PM

Lucknow लखनऊः प्रदेश में खेलों के स्तर को सुधारने के लिये खेल विभाग ने खजाना खोल दिया है, इसके बावजूद द्रोणाचार्यों की तलाश पूरी नहीं हो पा रही है। जिन खेलों के लिए अब तक प्रशिक्षकों ने आवेदन नहीं किया है, उनके लिए जल्द ही दोबारा आवेदन मांगे...
Lucknow लखनऊः प्रदेश में खेलों के स्तर को सुधारने के लिये खेल विभाग ने खजाना खोल दिया है, इसके बावजूद द्रोणाचार्यों की तलाश पूरी नहीं हो पा रही है। जिन खेलों के लिए अब तक प्रशिक्षकों ने आवेदन नहीं किया है, उनके लिए जल्द ही दोबारा आवेदन मांगे जायेंगे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इन प्रशिक्षकों को छात्रावासों में तैनात किया जाना है। इनके अनुभवों से खिलाड़ियों के प्रदर्शन में निखार आयेगा और वे देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सकेंगे। लेकिन दो बार आवेदन मांगे जाने के बावजूद प्रशिक्षक नहीं मिल रहे हैं।

खेल विभाग कर रहा 16 खेलों के 44 छात्रावासों का संचालन
विभागीय अधिकारियों के अनुसार 16 खेलों के 44 छात्रावासों का संचालन खेल विभाग कर रहा है। यह छात्रावास प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित हैं। छात्रावासों में रहने वाले खिलाड़ियों को बेहतर अभ्यास की सुविधा दिलाने के लिए खेल विभाग ने उन्हें बेहतर प्रशिक्षक उपलब्ध कराने का खाका तैयार किया। इसके लिए खेल विभाग ने ओलंपिक, विश्वकप, एशियन गेम्स और राष्ट्र मंडल खेल और एफ्रो एशियन खेल चुके खिलाड़ियों को प्रशिक्षक पद पर तैनात करने की योजना तैयार की।

प्रशिक्षकों को तय किया गया है वेतनमान, फिर नहीं आ रहे आवेदन
इन प्रशिक्षकों को विशेष वेतनमान दिये जाने का भी निर्णय लिया गया। ऐसे प्रशिक्षकों को 150000 रुपया प्रतिमाह दिया जाना तय किया। इसके बाद प्रदेश भर से प्रशिक्षक पद के लिए तय अर्हता के साथ आवेदन मांगे गए। पहली बार दो या तीन लोगों ने ही आवेदन किया। दोबारा जब आवेदन मांगे पांच खेलों में 12 प्रशिक्षक ही सामने आये। इनमें एथलेटिक्स के विपिन कसाना, जसविंदर सिंह भटिया, हॉकी में प्रेम माया, सै. अली, रंजना गुप्ता, सुजीत कुमार श्रीवास्तव, शकील अहमद, रजनीश मिश्रा, बॉक्सिंग में धर्मेंद्र सिंह, तीरंदाजीम में सुमंगला, जूडो में विजय कुमार यादव और फुटबाल में शम्सी रजा ने प्रशिक्षक पद के लिए आवेदन किया है। इन प्रशिक्षकों की तैनाती की तैयारियां चल रही है। इन सभी से शपथ पत्र लिया जाना है कि छात्रावासों में तैनाती के दौरान यदि इनका तबादला किसी अन्य छात्रावास में किया जाता है तो वे आपत्ति दर्ज नहीं करेंगे।