Edited By Ramkesh,Updated: 09 Dec, 2025 03:59 PM

दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब वकील राकेश किशोर पर कुछ अधिवक्ताओं ने अचानक हमला कर दिया। हमलावर समूह ने कथित रूप से राकेश किशोर को घेर कर पहले धक्का-मुक्की की और फिर चप्पलों से उनकी पिटाई कर दी। वारदात के...
यूपी डेस्क: दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब वकील राकेश किशोर पर कुछ अधिवक्ताओं ने अचानक हमला कर दिया। हमलावर समूह ने कथित रूप से राकेश किशोर को घेर कर पहले धक्का-मुक्की की और फिर चप्पलों से उनकी पिटाई कर दी। वारदात के दौरान किशोर बार-बार खुद को बचाने की कोशिश करते दिखाई दिए।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर जूता फेंककर सुर्खियों में रहे वकील राकेश किशोर
राकेश किशोर हाल ही में तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने पूर्व मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर जूता फेंककर अदालत परिसर में बवाल खड़ा कर दिया था। इस नई घटना को उसी विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि हमले की वास्तविक वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब किशोर कोर्ट में उपस्थित थे, तभी कुछ वकीलों का समूह अचानक उन पर टूट पड़ा।
वायरल वीडियो में सनातन धर्म की जय हो' जैसे नारे लगाते रहे राकेश किशोर
वीडियो में देखा जा सकता है कि राकेश किशोर को 'सनातन धर्म की जय हो' जैसे नारे लगाते हुए भीड़ के बीच से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। वह खुद मारपीट करने वालों से repeatedly पूछते दिखाई देते हैं कि आखिर उन्हें क्यों पीटा जा रहा है।
सुरक्षा टीम ने की बीच-बचाव
हमले की सूचना मिलते ही कोर्ट के सुरक्षा कर्मी तत्काल मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। सुरक्षा टीम ने बीच-बचाव करते हुए किसी तरह किशोर को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फिलहाल पुलिस व कोर्ट प्रशासन इस मामले की जांच कर रहे हैं, हालांकि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकिे इस घटना को 6 अक्टूबर को मेंशनिंग आवर्स के दौरान हुई, पूर्व CJI गवई पर जूते फेंके जाने से जोड़ कर देखा जा रहा है। फिलहाल अभी तक कुछ साफ नहीं हुआ है कि अखिर राकेश के ऊपर जूता क्यों फेंका।
गौरतलब है कि भगवान विष्णु की मूर्ति को पुनर्स्थापित करने के एक मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई गवई ने याचिकाकर्ता को निर्देश दिया कि वह भगवान विष्णु से ही कहे कि वो स्वंय अपनी मूर्ति पुनर्स्थापित करलें, क्योंकि अदालत ने इस पर विचार करने से इनकार कर दिया है। उनकी इस टिप्पणी नाराज राकेश ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश गवई ने पर हमला बोला था। हालांकि इस दौरान पूर्व CJI गवई अदालत की कार्रवाई जारी रखी थी। उन्होंने इस घटना बाद में सफाई थी उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मो को सम्मान करते है। हमारा उद्देश्य किसी की धमर्मिक भावनााओं को आहत करना नहीं था।