Edited By Purnima Singh,Updated: 19 Jan, 2025 12:29 PM
महाकुंभ में देश के कोने कोने से आए बाबा आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसी कड़ी में हमारी टीम ऐसे बाबाओं की टोली के पास पहुंची जो बेहद खास है , हमारी टीम बड़ा उदासीन अखाड़े के अंदर गई तो देखा कि वहां हवन कुंड पर बैठे कई बाबा इस धार्मिक आयोजन से...
प्रयागराज (सैयद आकिब रज़ा) : महाकुंभ में देश के कोने कोने से आए बाबा आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसी कड़ी में हमारी टीम ऐसे बाबाओं की टोली के पास पहुंची जो बेहद खास है , हमारी टीम बड़ा उदासीन अखाड़े के अंदर गई तो देखा कि वहां हवन कुंड पर बैठे कई बाबा इस धार्मिक आयोजन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे ।इन सभी बाबाओं की खास बात यह थी किं इन बाबाओं के बालों की जटा इतनी लंबी थी कि इनको संभालने के लिए इनके दो चेलों को साथ में रहना पड़ता है ।
बड़ा उदासीन अखाड़े कि यह जटाधारी बाबा से जब हमने बात की तो पता चला कि 30 से 35 साल से भी पुरानी यह बालों की जटा है, जिसकी लंबाई 7 से 8 फीट तक की है। इन जटाधारी बाबा से आशीर्वाद लेने के लिए भी लोग अखाड़े के अंदर तक पहुंच रहे थे ।इन जटाधारी बाबा से जब हमारे संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि यह कड़ी तपस्या के बाद ऐसी जटा निकलती है इस जटा को सुरक्षित रखने के लिए राख का इस्तेमाल किया जाता है।