Edited By Pooja Gill,Updated: 04 Aug, 2025 09:14 AM

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम एक उच्चस्तरीय बैठक में बाढ़ की स्थिति, आगामी पर्व के दृष्टिगत कानून व्यवस्था, हर घर तिरंगा अभियान तथा बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की...
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम एक उच्चस्तरीय बैठक में बाढ़ की स्थिति, आगामी पर्व के दृष्टिगत कानून व्यवस्था, हर घर तिरंगा अभियान तथा बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए। राज्य सरकार द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में विभिन्न जिलों के प्रभारी मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों समेत जिलाधिकारी और जिला पुलिस प्रमुख ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। बैठक में मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये।
'बाढ़ शरणालय में महिला सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाए'
मुख्यमंत्री ने कई जिलों के अधिकारियों से सीधा संवाद कर स्थिति का जायजा लिया और सख्त निर्देश दिये कि बाढ़ शरणालय में महिला सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाए तथा बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराने व बचाव कार्य में छोटी नौकाओं का प्रयोग न करने के सख्त निर्देश दिये। आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को पीड़ितों को राहत सामग्री और खाद्य सामग्री वितरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि राहत कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बाढ़ शरणालय में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद आवश्यकतानुसार दवा का वितरण किया जाए। कोई भी व्यक्ति जर्जर भवन में न रहे, उसे बिना देरी बाढ़ शरणालय में ले जाया जाए।
त्योहारों को लेकर दिए निर्देश
आदित्यनाथ ने कहा कि श्रावण मास के अंतिम सोमवार के दृष्टिगत शिवालयों व मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए। बरसात को देखते हुए मंदिर परिसर में कही भी बिजली के तार खुले न हों तथा स्वच्छता एवं साफ-सफाई की व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने रक्षा बंधन को लेकर निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के अवसर पर तिरंगा यात्रा निकालने, 15 अगस्त को सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों व अन्य संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। 16 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दृष्टिगत मंदिरों में साफ सफाई, सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।