Edited By Imran,Updated: 28 Nov, 2023 01:35 PM

उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरू हो गया जिसमें सुचारू कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों सहित सदन के सभी सदस्यों से सहयोग मांगा। वहीं, सत्ता पक्ष ने विपक्ष को हर मुद्दे पर जवाब देने की रणनीति बनाई है तो...
Winter session of UP Assembly: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरू हो गया जिसमें सुचारू कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों सहित सदन के सभी सदस्यों से सहयोग मांगा। वहीं, सत्ता पक्ष ने विपक्ष को हर मुद्दे पर जवाब देने की रणनीति बनाई है तो विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है।
आपको बता दें कि शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले लोकभवन में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक हुई। बैठक में CM योगी आदित्यनाथ ने सभी विधायकों को सदन में उपस्थित रहने और सकारात्मक चर्चा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोपों का तथ्यात्मक जवाब दें। बैठक में भाजपा के सहयोगी दलों के विधायक भी मौजूद रहे। निर्देश दिया गया है कि विधानसभा सत्र में मोबाइल बाहर रख दिया गया है अतः टीवी से ही अपडेट लेने का कष्ट करें।
शोक के प्रस्ताव के दिन काले कपड़े पहनकर पहुंचे: पाठक
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शोक प्रस्ताव के दिन काले कपड़े पहन कर घृणित कार्य किया है। प्रदेश की जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी। इनके कुकृत्यों को प्रदेश की जनता अच्छी तरह समझ चुकी है। सपा के डीएनए में गड़बड़ी और अराजकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। मैं सभी विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि सदन की गरिमा बनाए रखें। सरकार जनता के हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है।
'सवालों से बचना चाहती है सरकार'
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्र के पहले दिन मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि शीतकालीन सत्र की अवधि सिर्फ चार दिनों के लिए रखी गई है। इसका कारण है कि सरकार विपक्ष के सवालों से बचना चाहती है। विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती है इसलिए सत्र की अवधि इतनी कम रखी गई है।