Edited By Ramkesh,Updated: 17 Jan, 2025 06:55 PM
नगर पालिका परिषद ने जर्जर इमारत वाली 123 संपत्तियों की देखभाल करने वालों को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन संपत्तियों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) संरक्षित स्थल के रूप में वर्गीकृत संपत्ति या...
संभल: नगर पालिका परिषद ने जर्जर इमारत वाली 123 संपत्तियों की देखभाल करने वालों को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन संपत्तियों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) संरक्षित स्थल के रूप में वर्गीकृत संपत्ति या ऐसी विवादित संरचनाओं के 100 मीटर के भीतर स्थित इमारतें भी शामिल हैं। जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने संवाददाताओं को बताया कि संभल नगर पालिका परिषद ने जर्जर इमारत वाली 123 जगहों की देखभाल करने वालों को नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन इमारतों के गिरने का खतरा है और इससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।
जिलाधिकारी ने इनमें से तीन या चार जगहों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने का भी उल्लेख किया है। संभल में अतिक्रमण हटाने के बारे में पेंसिया ने कहा, ‘‘पिछले तीन से चार महीनों से व्यवस्थित तरीके से अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी करने सहित उचित प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।'' सुरक्षा उपायों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सात शुक्रवार की नमाज की तरह इस बार भी तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और शांति सुनिश्चित करने के लिए 31 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे।
जिलाधिकारी ने कहा कि एक शांति समिति की बैठक आयोजित की गई और मौलवियों ने सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। संभल में पिछले साल 24 नवंबर को शहर के कोट गर्वी इलाके में अदालत के आदेश पर मुगलकालीन शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।