संतों की कोई जात-बिरादरी नहीं होती - विहिप

Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 01 Aug, 2020 08:42 AM

saints have no caste  vhp

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में दलित महामंडलेश्वर को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर उठे विवाद पर विश्व हिंदू परिषद ने स्पष्ट करते हुए एक बयान जारी कर कहा

प्रयागराज: अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में दलित महामंडलेश्वर को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर उठे विवाद पर विश्व हिंदू परिषद ने स्पष्ट करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि भूमि पूजन कार्यक्रम में हिंदू समाज के सभी मत पंथ एवं परंपरा के पूज्य संत, आचार्य महामंडलेश्वर उपस्थित रहेंगे।

विहिप ने कहा, ‘‘ऐसे सभी परम पूज्य संत जो बाल्मीकि समाज, रविदास समाज, कबीर समाज, सिख समाज, वनवासी, आदिवासी, गिरी वासी समाज तथा रामनामी परंपरा का निर्वाह करते हैं, उन्हें ससम्मान राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा आमंत्रित किया गया है।

विहिप के महानगर मीडिया प्रभारी अश्वनी मिश्रा ने कहा कि संतों की कोई जात-बिरादरी नहीं होती और पूज्य संत आचार्य परंपरा का निर्वाहन करते हैं पूज्य संतों में ना तो कोई दलित होता है और ना ही कोई पिछड़ा। वे सिर्फ और सिर्फ धर्म के संवाहक पूज्य संत होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 1989 में हिंदू समाज के पुरोधा स्वर्गीय अशोक सिंघल जी के नेतृत्व में विहिप कार्यकर्ता दलित समाज के कामेश्वर चौपाल ने ईट रखी थी जो स्थान वर्तमान में श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के अधीन है। प्रभु श्री राम का जीवन समरसता का पथ प्रदर्शक है और प्रभु श्रीराम समरसता के प्रतीक हैं।

 

 

Related Story

Trending Topics

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!