Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 10:35 AM
सहारनपुर में विगत दिनों डर का प्राय बनी एक धमकीनुमा चिट्ठी पर से आज पर्दा उठ गया है। इस चिट्ठी के मुताबिक जिला रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है....
सहारनपुरः सहारनपुर में विगत दिनों डर का प्राय बनी एक धमकीनुमा चिट्ठी पर से आज पर्दा उठ गया है। इस चिट्ठी के मुताबिक जिला रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें पकड़े गए इस शख्स ने बड़ी ही चतुरता से किसी और को इस पूरे कांड में फंसाने की कोशिश की थी, लेकिन आज वो खुद ही सलाखों के पीछे है।
धमकी वाले पत्र ने खुब मचाया हड़कंप
जीआरपी थाना प्रभारी अशोक कुमार सिसोदिया ने आज खुलासा करते हुए बताया कि 7 सितम्बर को स्टेशन अधीक्षक शिवपाल सिंह ने थाना जीआरपी में यह मामला दर्ज कराया था, जिसमें तासीन के नाम का आधार कार्ड, बैंक की पासबुक की छाया प्रति और मोबाइल नम्बर देते हुए यह धमकी दी गई थी।
जानिए क्या कहती थी ये चिट्ठी
धमकी के मुताबिक यदि स्टेशन अधीक्षक ने उसके खाते में एक करोड़ रुपए नहीं डलवाए तो जो हाल खतौली वाली रेल का हुआ है वही हाल सहारनपुर से होकर हरिद्वार जाने वाली ट्रेनों का होगा या स्टेशन को भी उड़ा दिया जाएगा।
साजिश के तहत हुआ ये सब
सिसोदिया ने बताया कि पुलिस ने जब तासीन से उसके गांव जाकर सम्पर्क किया तो उसने इस पत्र के बारे में अनभिज्ञता जताई। तासीन ने पूछताछ में इसमें असगर का हाथ होने का संदेह जताया। उसने कहा कि असगर यह काम कर सकता है क्योंकि उससे उसे 50 हजार रुपए की रकम वापस लेनी है जिसे देने में वह आनाकानी कर रहा है।
पुरानी रंजिश के चलते आरोपी ने रची साजिश
रेलवे पुलिस ने कोटा गांव पहुंचकर असगर को धर दबोचा। पहले तो उसने आनाकानी की लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगलते हुए बताया कि उसने तासीन को फंसाने के उद्देश्य से ही यह धमकी भरा पत्र लिखा था। ताकि इस पत्र को देखकर पुलिस उसे लम्बे समय के लिए जेल मे डाल दे और उसे पैसा न देना पडे़।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
असगर ने अपने साथी दीपक के साथ यह चिट्ठी तैयार की और कलक्ट्रेट स्थित डाकखाने से इस चिट्ठी को पोस्ट कर दी। सिसोदिया ने बताया कि इससे पहले भी असगर राजेन्द्र सिंह की आई डी से नीरज शर्मा व लटूरा राजपूत को धमकी भरे पत्र लिख चुका है। तासीन ने पुलिस को यह भी बताया कि असगर ने उससे 50 हजार रुपए आधार कार्ड और बैंक के पास बुक की छाया प्रति ग्रामीण विकास योजना में उसका व उसके भाई के मकान बनवाने के लिए तीन वर्ष पूर्व लिए थे, लेकिन आज तक उसने न तो वह रकम लौटाई और न ही आई डी के कागजात।
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