Edited By Ajay kumar,Updated: 27 Jul, 2020 05:27 PM
विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद ने लोगों से घर पर ही नमाज अदा करने की अपील करते हुए साफ कर दिया है कि ईद-उल-जुहा के मौके पर मुसलमान के लिए पशुओं की कुर्बानी देना अनिवार्य है।
सहारनपुरः विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद ने लोगों से घर पर ही नमाज अदा करने की अपील करते हुए साफ कर दिया है कि ईद-उल-जुहा के मौके पर मुसलमान के लिए पशुओं की कुर्बानी देना अनिवार्य है।
संस्था की ओर से नायाब मोहत्मिम अब्दुल खालिक मद्रासी ने आज यहां बताया कि उन्होंने इस बावत संस्था के मुफ्तियों से पूछ लिया है कि क्या पशुओं की कुर्बानी का कोई और विकल्प है, तो मुफ्तियों ने अध्ययन करने के बाद जवाब दिया कि जिन मुसलमानों पर कुर्बानी करना फर्ज है,उन्हें कुर्बानी करने से मना नहीं किया जा सकता है। ध्यान रहे, उत्तर प्रदेश सरकार ने ईद-उल-जुहा के त्यौहार को लेकर कोरोना संक्रमण के चलते कोई भी किसी भी तरह की रियायत नहीं दी जा सकती है। मुसलमानों को ईदगाह में अथवा मस्जिदों में जमात के साथ नमाज अदा करने की अनुमति नहीं होगी।
दारूल उलूम देवबंद ने भी सरकार के ऐलान को स्वीकृति देते हुए लोगों से अपील की है कि वे ईद-उल-जुहा के अवसर पर नमाज अपने घर पर ही अदा करे। इसके पहले ईद पर भी ऐसा ही हुआ था। जुम्मे को भी जामा मस्जिदों में नमाज अदा नहीं हो रही है। दारूल उलूम ने मुसलमानों से यह भी अपील की है कि वे कुर्बानी खुले में न/न करें,दूसरे धर्म के लोगों की भावनाओं का ध्यान रखे, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। गौवंश की कुर्बानी किसी भी कीमत पर न/न करें।