Edited By Ramkesh,Updated: 21 Feb, 2024 01:32 PM
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व अध्यक्ष रहीं ऋचा सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं। प्रदेश कार्यालय पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी पार्टी की सदस्यता दिलाईं। उनके साथ ही बस्ती से सपा की चैयरमैन नेहा वर्मा, सपा नेता अंकुर...
प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व अध्यक्ष रहीं ऋचा सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं। प्रदेश कार्यालय पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी पार्टी की सदस्यता दिलाईं। उनके साथ ही बस्ती से सपा की चैयरमैन नेहा वर्मा, सपा नेता अंकुर वर्मा, कर्मचारी संगठन के नेता हरिकिशोर तिवारी समेत कई नेता ने सदरस्या ली है। इस दौरान मा. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मा.उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मा. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक समेत कई लोग उपस्थिति रहे। ऋचा सिंह ने कहा की बीजेपी की सदस्यता ली एवं राष्ट्रवाद की मुख्य धारा से जुड़कर जनसेवा का संकल्प लिया।
आपको बता दें कि 2017 में समाजवादी पार्टी (सपा) ने ऋचा सिंह को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि ऋचा सिंहह इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और पार्टी प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह से लगभग 25,000 वोटों के अंतर से हार गई थीं। उसके बाद भी पार्टी में बनी रही है। बता दें कि दिसंबर 2016 में औपचारिक रूप से अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने वाली ऋचा सिंह अक्टूबर 2015 में सपा के समर्थन से इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ (AUSU) की अध्यक्ष चुनी गई थी। ऋचा सिंह को प्रयागराज जिले में इलाहाबाद पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से सपा ने दो बार उम्मीदवार बनाया था लेकिर वह जीत नहीं पाई थी।
गौरतलब है कि कि ऋचा सिंह ने रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के विरोध में आवाज उठाई थी। मौर्य ने महाकाव्य रामायण पर आधारित श्लोकों की पुस्तक में कुछ अंशों को हटाने की मांग की थी, जिसमें दावा किया गया था कि वे दलितों और अन्य पिछड़े समुदायों के बारे में नीची बातें करते हैं। इसे लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य और ऋचा सिंह के बीच बयानबाजी शुरु हो गई पार्टी को 16 फरवरी 2023 को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। हालांकि इसे लेकर ऋचा सिंह ने पार्टी के खिलाफ कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग से गुहार लगाई थी। फिलहाल अब ऋचा सिंह भाजपा में शामिल होगी।