Edited By PTI News Agency,Updated: 09 Aug, 2020 10:30 PM
नोएडा, नौ अगस्त (भाषा) नोएडा प्राधिकरण ने शहर की 33 सोसाइटी का निरीक्षण किया, जिनमें से कई सोसाइटी में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) अथवा मल-जल शोधण संयंत्र लगा होना नहीं पाया गया। इस बाबत नोएडा प्राधिकरण इन सोसाइटियों के फ्लैट ओनर एसोसिएशन...
नोएडा, नौ अगस्त (भाषा) नोएडा प्राधिकरण ने शहर की 33 सोसाइटी का निरीक्षण किया, जिनमें से कई सोसाइटी में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) अथवा मल-जल शोधण संयंत्र लगा होना नहीं पाया गया। इस बाबत नोएडा प्राधिकरण इन सोसाइटियों के फ्लैट ओनर एसोसिएशन (फ्लैट मालिक संघ) तथा बिल्डर को नोटिस जारी कर रहा है।
नोएडा प्राधिकरण के परियोजना अभियंता सलील यादव ने बताया के शहर में बनी 33 बहुमंजिली सोसाइटी के एसटीपी एवं निस्तारण व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि अधिकांश सोसाइटी द्वारा मलजल शोधन संयंत्र का निर्माण ही नहीं कराया गया है।
उन्होंने बताया कि इनमें मुख्य रूप से स्काईटेक मेट्रॉट, आम्रपाली सिलिकॉन सिटी, ऐसोटेक विंडसर कोर्ट, सिक्का कार्मिक एंड आदित्य अर्बन कासा प्रमुख हैं।
उन्होंने बताया कि जिन सोसाइटियों के एसटीपी क्रियाशील पाए गए, उनके द्वारा निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिनमें सुपरटेक केपटाउन, अंतरिक्ष गोल्फ सेकंड, सनशाइन हेलिओस, मैक्स गार्डेनिया, मैक्स वैली, अजनारा होम, ब्लॉसम काउंटी, अजनारा होम, अंतरिक्ष फॉरेस्ट आदि हैं।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण में दोषी पाए बिल्डरों पर जल संरक्षण अधिनियम के अधीन दंडात्मक कार्रवाई हेतु उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड एवं राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को प्रेषित की जा रही है। प्राधिकरण द्वारा ऐसे दोषियों के विरुद्ध जुर्माना लगाने के नोटिस जारी किए जाएंगे।
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