रामपुर जेल में हुनर की राह पर कैदी, सजा भुगत रहे कैदी बना रहे LED बल्ब

Edited By Ramkesh,Updated: 26 Jun, 2022 12:17 PM

prisoners on the path of skill in rampur jail prisoners undergoing punishment

उत्तर प्रदेश शासन एवं केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत एक जनपद, एक उत्पाद को लेकर रामपुर की जिला जेल में कैदी एवं बंदी जहां इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के निर्माण को लेकर एलईडी बल्ब स्टेबलाइजर और इन्वर्टर को बनाना सीख चुके हैं तो...

रामपुर: उत्तर प्रदेश शासन एवं केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत एक जनपद, एक उत्पाद को लेकर रामपुर की जिला जेल में कैदी एवं बंदी जहां इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के निर्माण को लेकर एलईडी बल्ब स्टेबलाइजर और इन्वर्टर को बनाना सीख चुके हैं तो वही जरी एवं हैंडबैग भी अपने हुनर के चलते तैयार करने में जुटे हैं यह सब हुआ है स्थानीय जिला जेल पर अधीक्षक के पद पर तैनात प्रशांत मौर्य की जबरदस्त लगन और हुनर सीखने की चाह रखने वाले कई दर्जन बंदियों और कैदियों की दिलचस्पी के चलते हैं। दरअसल जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य नौकरी से पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं यही तालीम अब जेल के अंदर रहकर अपने गुनाहों की सजा भुगत रहे कैदियों और बंदियों के काम आ रही है । एलईडी बल्ब लेकर कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बनाया जाना सिखाने के बाद अब यह हुनर की गाड़ी बड़ी तेजी के साथ दौड़ने लगी है। 

बता दें कि जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य पूर्व में इंजीनियर रह चुके प्रशांत मौर्य को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बनाए जाने का अच्छा खासा ज्ञान है, उन्होंने जेल के बंदियों और कैदियों को यही हुनर सिखाने का मन बनाया पहले से सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना मे "एक जनपद, एक उत्पाद" का कांसेप्ट है। लेकिन जेल अधीक्षक ने इस योजना का सहारा लिया और कैदियों और बंदियों मे प्रतिभाओं की तलाश शुरू कर दी, फिर वह समय आया कि उन्हें कुछ ऐसे अपराधी मिले जिनको कानून तोड़ने के चलते जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया था। जिन्हें समाज मे अपराधी की नजर से देखा जाता रहा है। मगर जेल अधीक्षक में सराहनीय पहल करते हुए इनको अपनी सरपरस्ती में एलईडी बल्ब, स्टेबलाइजर, इनवर्टर जैविक खाद आदि वस्तुओं को बनाने का तरीका सिखाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे समय आगे बढ़ता गया और यह लोग अपने अपने कार्य में निपुण होना शुरू हो गए। इन हुनरमंद कैदियों और बंदियों को देखने के बाद अब हुनर के इस कारवें मे और इजाफा होना शुरू हो गया है जिसका नतीजा यह है कि और भी बंदी एवं कैदी हुनर को सीखने की राह पर चल पड़े हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति एवं महानिदेशक आनंद कुमार को इसका श्रेय देते नहीं थक रहे हैं उनका साफ कहना है कि उनके द्वारा जेल में कैदियों से जो भी हुनर से संबंधित कार्य कराए जा रहे हैं वह इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति और जेल महानिदेशक आनंद कुमार को इसका प्रेरणास्रोत मानते हैं इसका बड़ा कारण यह है कि इन हस्तियों द्वारा उनको किसी तरह की कोई दिक्कत महसूस नहीं होने दी है और हमेशा से ही समय-समय पर उनका मार्गदर्शन करते रहते हैं यही कारण है कि वह लगातार रामपुर की जिला जेल में एलईडी बल्ब, इनवर्टर, स्टेबलाइजर, जैविक खाद, जरी और जूट बैगो को कैदियों और बंदियों से बनवाने में जुटे हैं इसी प्रकार जेल को गुणवत्ता के सभी मानकों को पूरा करने के बाद आईएसओ प्रमाण पत्र भी मिला है।


 

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