Edited By Pooja Gill,Updated: 27 Jan, 2025 09:43 AM
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर लखनऊ में अपने सरकारी आवास से अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ सहकारिता का सबसे उत्कृष्ट...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर लखनऊ में अपने सरकारी आवास से अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ सहकारिता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत करने वाला देश का पहला राज्य है। इसमें कहा गया है कि योगी ने सुल्तानपुर में पांच हजार और कौशांबी में 15 हजार मीट्रिक टन के गोदामों के उद्घाटन के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत की।
'सहकारिता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा'
बयान के अनुसार, इस अवसर पर सीएम योगी ने 'रन फॉर कॉर्पोरेशन' मैराथन को भी झंडी दिखाई, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रयागराज में 26 जनवरी को करीब ढाई से तीन करोड़ लोग पवित्र संगम में डुबकी लगाने पहुंचे हैं। यह पूरा कार्य आपसी सहभागिता के आधार पर चल रहा है और यह सहकारिता का सबसे बड़ा उदाहरण है। भारत के जीन में ही सहकारिता की भावना रची-बसी है।” उन्होंने कहा, “सहकार का ही एक परिवर्तित रूप सहकारिता है। और अगर एक स्वावलंबी भारत का निर्माण करना है, तो सहकारिता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा।”
'किसान और नौजवानों को फायदा मिलेगा'
सीएम योगी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से सहकारिता आंदोलन देश में नई ऊंचाई प्राप्त कर रहा है। पहली बार देश में सहकारिता मंत्रालय का गठन हुआ और उसका नेतृत्व गृहमंत्री अमित शाह को सौंपा गया। सहकारिता आंदोलन पूरे देश में हर किसान, महिला और युवा वर्ग को इस अभियान का हिस्सा बना रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ साल में उत्तर प्रदेश में सहकारिता आंदोलन एक नयी दिशा की ओर अग्रसर हुआ है। उन्होंने सहकारिता बैंकों को डिजिटल भुगतान की ओर बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया, जिससे किसान और नौजवानों को फायदा मिलेगा।