Edited By Pooja Gill,Updated: 03 Nov, 2023 10:44 AM

UP Weather Today: दिल्ली से सटे नोएडा समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और आबोहवा दिनों दिन खराब होती जा रही है। लोगों का इस दूषित हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया है। हवा में धुएं और धूल के...
UP Weather Today: दिल्ली से सटे नोएडा समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और आबोहवा दिनों दिन खराब होती जा रही है। लोगों का इस दूषित हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया है। हवा में धुएं और धूल के कण मिल गए। सुबह के समय स्मॉग और धुंध बन संकट गई है। हालात इतने खराब हो गए है कि लोगों को सड़क पर दिन में भी रोशनी का सहारा लेना पड़ रहा है। स्मॉग और धुएं की वजह से लोगों की आंखों में भी जलन होने लगी है। हवा की गुणवत्ता भी बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, नोएडा में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई है। शुक्रवार सुबह यहां का AQI 413 दर्ज हुआ। नोएडा सेक्टर 125 में AQI 400 पर 'बहुत खराब', सेक्टर 62 में 483, सेक्टर 1 में 413 और सेक्टर 116 में 415 पर 'गंभीर' श्रेणी में है। इसके साथ-साथ गाजियाबाद समेत दूसरे शहरों में भी AQI खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है। लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया। इस पर लोगों का कहना है कि, जहां पर हालात बहुत खराब है। सुबह जब बच्चे स्कूल जाते है तो सुबह-सुबह स्मॉग की सफेद चादर देखने को मिल रही है। अभी तक स्कूल बंद करने का कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है। बच्चों को मास्क पहनाकर स्कूल भेजा जा रहा है। प्रदूषण बढ़ने से बच्चे जल्दी बीमार पड़ रहे है। बोर्ड के मुताबिक, आने वाले दिनों में प्रदूषण और भी बढ़ सकता है। प्रदूषण के कारण सांस और फेफड़े से संबंधित रोगियों की संख्या बढ़ रही है। प्रदूषण को लेकर सावधान रहने की जरूरत है।

इस वजह से बढ़ रहा प्रदूषण
मौसम अब बदल रहा है ऐसे में प्रदूषण की समस्या गहरा गई है। सूरज के छुपे होने और हवा की गति कम होने से प्रदूषण के कण एक जगह रह जाते हैं। इस मौसम में हवा में पसरी नमी इसे भारी बना देती है जिसके कारण धूल-मिट्टी के कण उसी स्थान पर रहते हैं जहां से उत्पन्न हो रहे हैं। दूसरी तरफ प्रदूषण किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली के निकला धुंआ भी है। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे मौसम में अक्सर समस्या बढ़ जाती है। इस स्थिति से बचने के लिए विशेष उपाय किए जाने की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में हवा और प्रदूषित होगी तो मरीज दोगुने हो सकते हैं।