Edited By Imran,Updated: 31 Dec, 2024 12:31 PM
संगम तट पर लगने वाले देश के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले महाकुंभ को लेकर हर विभाग तैयारी को अंतिम रूप दे रहा है। करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने महाकुंभ नगर पहुंचेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज रेलवे स्टेशन में तैनात...
प्रयागराज ( सैय्यद आकिब रज़ा): संगम तट पर लगने वाले देश के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले महाकुंभ को लेकर हर विभाग तैयारी को अंतिम रूप दे रहा है। करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने महाकुंभ नगर पहुंचेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज रेलवे स्टेशन में तैनात पुलिस के जवान खास ट्रेनिंग में लगे हुए।
आपको बता दे बीते कुंभ 2013 में रेलवे स्टेशन में भगदड़ मची थी जिसमें 35 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हुई थी इसी को ध्यान में रखते हुए कोई आपात स्थिति न पैदा हो इसके लिए पुलिस के जवान सीपीआर चोकिंग एवं अन्य जीवन रक्षक जानकारियां ले रहे है, ताकि महाकुंभ मेला में आए श्रद्धालुओं को होने वाली किसी प्रकार की आपदा,या हृदयाघात आने से मौके पर ड्यूटी रत स्टाफ प्राथमिक उपचार देकर किसी की जान बचा सके। आरपीएफ प्रभारी शिव कुमार सिंह ने बताया कि तकरीबन 1000 जवानों को यह ट्रेनिंग दी जा रही है क्योंकि कड़ाके की ठंड के दौरान बुजुर्गो को काफी दिक्कतें आती है साथ ही किसी तरह की आपदा , हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज जैसी समस्या भी आ सकती है। ऐसी स्थिति में जब तक डॉक्टर आए तब तक मरीज की हालत और खराब हो सकती है इसी को ध्यान में रखते हुए प्रिम रोज़ शिक्षा संस्थान के निदेशक फरहान आलम और उनकी टीम की मदद से यह ट्रेनिंग जवानों को दी जा रही है। फरहान आलम बताते हैं कि आरपीएफ जीआरपी के जवानों के साथ-साथ अन्य पुलिस के जवानों को भी ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेनिंग ले रहे पुलिस के जवान काफी खुश है और उनका कहना है कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है पुलिसिंग के साथ-साथ अगर प्रथम उपचार की जरूरत पड़ेगी तो वह भी कर सकेंगे।
ट्रेनिंग ले रही कांस्टेबल अर्चना का कहना है कि यह महाकुंभ के साथ-साथ पूरी जिंदगी लोगों की मदद करने के लिए कारगर साबित होगा। प्राथमिक इलाज दे दिया जाए तो कई लोगों की जान को बचाया जा सकता है। प्रयागराज रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर वी के द्विवेदी भी मौजूद रहे उनका कहना है कि प्रयागराज रेलवे स्टेशन में जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात रहेंगे ऐसे में पुलिस के जवान गाइड का तो काम करेंगे ही साथ ही प्राथमिक इलाज या कहे की डॉक्टर की भी भूमिका में भी दिखाई देंगे। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर जीशान उल हक ने कहा कि यह महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन को एक बड़ी ताकत प्रदान कर रहा है।