Edited By Ramkesh,Updated: 30 Jan, 2025 12:47 PM
मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में मंगलवार देर रात पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका डाली गई है। इस याचिका...
प्रयागराज: मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में मंगलवार देर रात पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका डाली गई है। इस याचिका में वीआईपी मूवमेंट समेत कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाए गए हैं साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। याचिका कर्ता ने महाकुंभ के दौरान हुई घटना पर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने और लापरवाही बरतने वाले व्यक्तियों, अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश देने की भी मांग की है। वकील ने जनहित याचिका में राज्य सरकारों के लिए दिशानिर्देश, नीतियां और नियम बनाने की मांग की है ताकि भगदड़ जैसी घटना को रोका जा सके।
मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत
आप के बता दें कि मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में मंगलवार देर रात पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है। उत्तर प्रदेश सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या को लेकर दिन भर चुप्पी साधे रही। हालांकि घटना के लगभग 16 घंटे बाद बुधवार देर शाम पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि भगदड़ में कुल 90 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 30 की मौत हो गयी।
25 मृतकों की हुई शिनाख्त
उन्होंने बताया कि 25 मृतकों की पहचान हो गयी है और बाकी की पहचान की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि मृतकों में कर्नाटक के चार, असम और गुजरात के रहने वाले एक-एक व्यक्ति भी शामिल हैं। डीआईजी ने बताया कि कुछ लोग घायल हुए अपने परिवार के सदस्यों को लेकर चले गये। अधिकारी ने बताया कि इस समय 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में किया जा रहा है। कृष्ण ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है, जिस पर अगर कोई व्यक्ति लापता है तो उसके संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
मौनी अमावस्या पर स्नान के लिये ब्रह्म मुहूर्त के दौरान मची थी भगदड़
उन्होंने भगदड़ के कारण के बारे में बताया, “मौनी अमावस्या पर स्नान के लिये ब्रह्म मुहूर्त से पहले देर रात एक से दो बजे के बीच मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना। उस दबाव के कारण दूसरी ओर के अवरोधक टूट गए और भीड़ के लोगों ने विरोध लांघ कर दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को अनजाने में कुचलना शुरू कर दिया। इसी वजह से यह घटना हुई।” मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने कहा, “मेला प्रशासन की प्राथमिकता है कि जो भी लोग स्नान करने आए हैं, वे सुरक्षित अपने गंतव्य तक वापस पहुंचे।
आश्रित को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी योगी सरकार
महाकुंभ में बेरीकेडिंग टूटने से हुये हादसे से दुखी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तमाम सुरक्षा उपाय करने के बावजूद भीड़ के दवाब में हुआ हादसा मार्महत करने वाला है। श्री योगी ने कहा कि घटना की जांच के लिये हमने पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है जिसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायडर् आईएएस डीके सिंह शामिल हैं। इसके अलावा सरकार पुलिस से अलग से हादसे के कारणों की जांच करायेगी। सरकार प्रत्येक मृतक आश्रित को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी।