Edited By Ramkesh,Updated: 05 Jan, 2025 04:32 PM
अगर किसी मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के लिए भेजा जाता है तो उसके लिए एंबुलेंस की जरूरत पड़ती है। जिससे मरीज आरामदायक तरीके से अस्पताल तक पहुंच सके, लेकिन जिस एंबुलेंस को मरीज अपने लिए सुरक्षित समझ रहा है वह उसकी जान का खतरा बन सकता है। लेकिन...
इटावा ( अरवीन): अगर किसी मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के लिए भेजा जाता है तो उसके लिए एंबुलेंस की जरूरत पड़ती है। जिससे मरीज आरामदायक तरीके से अस्पताल तक पहुंच सके, लेकिन जिस एंबुलेंस को मरीज अपने लिए सुरक्षित समझ रहा है वह उसकी जान का खतरा बन सकता है। लेकिन परिवहन विभाग कुंभकरण की नींद में सोता हुई दिखाई पड़ रहा है।
दरअसल, एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा गया है कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड के बाहर एक प्राइवेट एंबुलेंस खड़ी दिखाई देती है। जिसका नंबर MP07DA 0603 हैं। इस प्राइवेट एंबुलेंस में देखा गया है कि गैस किट सिलेंडर के ऊपर मरीजों को ले जाने के लिए सीट लगी हुई है और पास में मरीजों की बैठने के लिए सीट भी है। जिस पर मरीज को उसके परिजन ले जाते हुए दिखाई दिए हैं। एसी एंबुलेंस से लोगों की जान को खतरा हो सकता है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि प्राइवेट एंबुलेंस में बिना अनुमति चल रही है।
एंबुलेंस में गैस किट सिलेंडर लगाना गैरकानूनी
जिला अस्पताल के बाहर प्राइवेट एंबुलेंस में गैस किट सिलेंडर लगा मिलने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एमएम आर्या ने जानकारी देते हुए बताया है कि एंबुलेंस में गैस किट सिलेंडर लगाना गैरकानूनी अपराध है। एंबुलेंस में गैस सिलेंडर लगा दिखाई दिया है इस पर हम परिवहन विभाग से मांग करते हैं की कार्रवाई की जाए क्योंकि इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
परिवहन विभाग ने मामले को लेकर दी जानकारी
वही एंबुलेंस में गैस किट लगी पाए जाने के मामले में परिवहन विभाग के अधिकारी एआरटीओ पीके देशमणि ने बताया है कि जानकारी मिली है कि एंबुलेंस में गैस किट सिलेंडर लगा हुआ है। इसको लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं। नियमों का उल्लंघन किया गया है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।