Edited By Purnima Singh,Updated: 17 Jan, 2025 11:52 AM
बरेली में एक बड़ा मामला सामने आया है। एक पाकिस्तानी महिला ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के जरिए सहायक अध्यापक की नौकरी पा ली। जांच में जब पता चला कि उसने जो निवास प्रमाण पत्र जमा किया है वो फर्जी है, तो हड़कंप मच गया। सहायक अध्यापक पाकिस्तान की नागरिक...
बरेली (जावेद खान) : बरेली में एक बड़ा मामला सामने आया है। एक पाकिस्तानी महिला ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के जरिए सहायक अध्यापक की नौकरी पा ली। जांच में जब पता चला कि उसने जो निवास प्रमाण पत्र जमा किया है वो फर्जी है, तो हड़कंप मच गया। सहायक अध्यापक पाकिस्तान की नागरिक है।
फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय में तैनात थी टीचर
बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच में पाया गया है कि शुमायला खान, जो एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थीं, दरअसल वह एक पाकिस्तानी नागरिक हैं। उन्होंने तथ्यों को छुपाते हुए कूटरचित निवास प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी हासिल की।
शिक्षा क्षेत्र में फर्जी दस्तावेज का बड़ा मामला उजागर
जनपद बरेली के विकास क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी में एक सहायक अध्यापक की नियुक्ति को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। शुमायला खान नामक महिला पर आरोप है कि उन्होंने कूटरचित निवास प्रमाण पत्र का उपयोग कर सरकारी पद पर नियुक्ति प्राप्त की। शुमायला खान ने नियुक्ति के दौरान उप जिलाधिकारी, सदर, रामपुर के कार्यालय से जारी निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। जांच के बाद पाया गया कि यह प्रमाण पत्र त्रुटिपूर्ण है और शुमायला वास्तव में पाकिस्तानी नागरिक हैं।
नियुक्ति प्रक्रिया पर गहराई से जांच
2015 में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बरेली द्वारा प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर उनकी नियुक्ति की गई थी। इस नियुक्ति के लिए उन्होंने जो प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे, उनकी सत्यता पर सवाल उठे हैं। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि निवास प्रमाण पत्र तथ्यों को छुपाकर बनाया गया था।
जांच की पूरी प्रक्रिया
जांच के दौरान तहसीलदार सदर, रामपुर की रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि शुमायला खान ने गलत जानकारी देकर सामान्य निवास प्रमाण पत्र बनवाया। इस आधार पर, उनका प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया। इसके अलावा, शिक्षा विभाग ने कई बार संबंधित शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा, और हर बार पुष्टि हुई कि प्रमाण पत्र कूटरचित है।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर नियुक्ति का आरोप
शुमायला खान पर यह भी आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी प्राप्त की। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 3 अक्टूबर 2024 को शुमायला खान को निलंबित कर दिया। इसके बाद, उन्हें नियुक्ति तिथि से पद से हटा दिया गया।फतेहगंज पश्चिमी के खंड शिक्षा अधिकारी ने इस मामले में बी एस ए(BSA) के आदेश पर मुकदमा दर्ज करवाया है। फतेहगंज पश्चिमी थाने में गंभीर धाराओं में आरोपी टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया है। अब टीचर पर गिरफ्तारी की भी तलवार लटक रही है।