Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Apr, 2021 03:09 PM
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के मद्देनजर प्रदेश से लगी भारत-नेपाल सीमा मतदान से 48 घंटे पूर्व सील कर दी जाएगी। देवीपाटन पुलिस परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राकेश सिंह ने सोमवार को बताया कि श्रावस्ती में 15 अप्रैल, बलरामपुर में...
बहराइच: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के मद्देनजर प्रदेश से लगी भारत-नेपाल सीमा मतदान से 48 घंटे पूर्व सील कर दी जाएगी। देवीपाटन पुलिस परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राकेश सिंह ने सोमवार को बताया कि श्रावस्ती में 15 अप्रैल, बलरामपुर में 25 अप्रैल और बहराइच में 29 अप्रैल को मतदान होना है। उन्होंने बताया कि मतदान से 48 घंटे पहले देवीपाटन मंडल के अंतर्गत आने वाले श्रावस्ती, बलरामपुर व बहराइच जिलों की नेपाल से सटी सीमाएं क्रमशः 13, 23 व 27 अप्रैल को सील कर दी जाएंगी। मतदान समाप्त होने पर इन जिलों से लगी सीमाओं पर आवागमन शुरू हो सकेगा।
सिंह ने बताया कि इस संबंध में नेपाल सीमा पर तैनात केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) उत्तर प्रदेश पुलिस, खुफिया व अन्य सुरक्षा एजेंसियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों की नेपाली अधिकारियों के साथ समन्वय बैठकें हुई हैं। उन्होंने बताया कि नेपाली अधिकारियों ने पंचायत चुनाव के दौरान सीमा सील करने पर सहमति व्यक्त करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। आईजी ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर सीमा पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस व एसएसबी जवानों की संयुक्त गश्त निरंतर जारी है।
मालूम हो कि प्रदेश के देवीपाटन मंडल की 255 किलोमीटर लम्बी सीमा नेपाल से सटी है। दोनों देशों में जब भी कोई चुनाव होता है तब सुरक्षा की दृष्टि से सीमा पर आवागमन रोक दिया जाता है। भारत-नेपाल सीमा पर उत्तर प्रदेश के सात जिले हैं जो महराजगंज, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत हैं। महराजगंज और लखीमपुर खीरी में 19 अप्रैल तथा पीलीभीत और सिद्धार्थनगर में 26 अप्रैल को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान होना है। उत्तर प्रदेश की नेपाल से लगी कुल 551 किलोमीटर लंबी सीमा है।