Edited By Ramkesh,Updated: 11 May, 2025 06:15 PM

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस ने रविवार को बीमा राशि के लिए हत्या कर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार इस गिरोह ने कथित तौर पर सलीम और अमन नामक दो लोगों...
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस ने रविवार को बीमा राशि के लिए हत्या कर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार इस गिरोह ने कथित तौर पर सलीम और अमन नामक दो लोगों की हत्या की साजिश रची और सड़क दुर्घटना बताकर अपनी मोटी बीमा पॉलिसियों का फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की।
बीमा राशि हड़पेन के लिए हत्या को दिखात थे सड़क दुर्घटना
संभल की अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनुकृति शर्मा ने बताया कि, "सलीम की हत्या 29 जुलाई, 2022 को और अमन की 15 नवंबर, 2023 को हुई। दोनों मामलों में मौतों को धोखे से सड़क दुर्घटना के रूप में पेश किया गया, जिसके कारण पुलिस ने शुरू में फाइलें बंद कर दीं।” पुलिस को बाद में पता चला कि उनकी मौत से पहले सलीम ने अपने नाम पर 88 लाख रुपये की कई बीमा पॉलिसियां ली थीं, जबकि अमन ने 2.70 करोड़ रुपये का बीमा कराया था।
मृतक के नाम दो करोड़ 70 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी ली
उन्होंने कहा कि "गिरोह ने दोनों हत्याओं की योजना बनाई और उन्हें दुर्घटना के रूप में दिखाने के लिए साजिश रची। पुलिस को इस मामले में सफलता फरवरी में शाहरुख नामक एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के साथ मिली। शाहरुख के मोबाइल फोन में कमल नामक व्यक्ति की चैट देखी गई जिसके बाद इस मामले में जांच की गई तो पुलिस को पता चला कि कमल ने वेदप्रकाश से मिलकर उसके भांजे अमन (24) की नवंबर 2023 को दुर्घटना में मौत का मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें मृतक के नाम दो करोड़ 70 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी विभिन्न कंपनियों से ली गई थी। जांच में पता चला कि अमन के मामा वेदप्रकाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके नाम पर विभिन्न कंपनियों से 2.70 करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसियां हासिल करने के बाद अपने ही भांजे की हत्या कर दी थी।
विस्तृत जांच में गिरोह का हुआ भंडाफोड़
वेदप्रकाश खुद इस कथित दुर्घटना मामले में शिकायतकर्ता था। बीमा भुगतान से करीब 20 लाख रुपये पहले ही खाते में जमा हो चुके थे। इस मामले की विस्तृत जांच में गिरोह के इसी तरह के अपराध में शामिल होने का पता चला। सलीम की हत्या के बाद उन्होंने पहले भी विभिन्न कंपनियों से 75 लाख रुपये की बीमा राशि का फर्जीवाड़ा किया था।
पुलिस ने 7 आरोपियों को भेजा जेल
एएसपी अनुकृति शर्मा ने कहा, "हमारी जांच में एक सक्रिय गिरोह का पता चला है जो व्यक्तियों को निशाना बनाता है, उनके नाम पर बड़ी बीमा पॉलिसियां हासिल करता है और फिर उनकी हत्या कर देता है तथा इन मौतों को सड़क दुर्घटना का रूप देकर अवैध रूप से लाखों और करोड़ों रुपये की बीमा राशि हड़प लेता है।" इन दो हत्या के मामलों के सिलसिले में पुलिस ने रविवार को सात आरोपियों वेदप्रकाश, कमल सिंह, निर्देश कुमार, उदयभान सिंह, प्रेमशंकर, सुनील कुमार और ओमप्रकाश को गिरफ्तार किया। पुलिस गिरोह की गतिविधियों की जांच कर रही है।