Edited By Deepika Rajput,Updated: 24 Jul, 2019 01:06 PM
कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन की सरकार मंगलवार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने में विफल रहने के बाद गिर गई है। सरकार गिरने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसके लिए सत्तारूढ़ बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए उसपर तीखा प्रहार किया है।
लखनऊः कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन की सरकार मंगलवार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने में विफल रहने के बाद गिर गई। सरकार गिरने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसके लिए सत्तारूढ़ बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए उसपर तीखा प्रहार किया है।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ''कर्नाटक में बीजेपी ने संवैधानिक मर्यादाओं को ताक पर रखने के साथ-साथ जिस प्रकार से सत्ता व धनबल का इस्तेमाल करके विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया है, वह भी लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज रहेगा। इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।''
इससे पहले मायावती ने कर्नाटक विधानसभा में एच डी कुमारस्वामी के विश्वास मत हारने के कुछ ही घंटे बाद बसपा के एकमात्र विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, ''कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के पार्टी हाईकमान के निर्देश का उल्लंघन करके बसपा विधायक एन. महेश विश्वास मत में अनुपस्थित रहे, जो अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने अति गंभीरता से लिया है।'' इसलिए महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
गौरतलब है कि, कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में मंगलवार को कुल 99 और विरोध में 105 वोट पड़े। इस तरह कर्नाटक में लंबे समय से चल रहे सियासी नाटक का अंत हुआ और एक बार फिर बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हुआ। इसी के साथ राज्य में 14 महीने से अस्थिरता के दौर का सामना कर रहे एच डी कुमारस्वामी का कार्यकाल खत्म हो गया। कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव हारने के तुरंत बाद राज्यपाल वजूभाई वाला को अपना इस्तीफा सौंप दिया।