Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Jan, 2025 01:15 PM
Mahakumbh 2025: आज महाकुंभ 2025 मेले का आगाज हो गया है। भारी संख्या में श्रद्धालु मेले में पहुंचकर कर पौष पूर्णिमा का स्नान कर रहे है। इस बार पूरा मेला डिजीटल है और जगह-जगह क्यूआर कोड लगे हुए है...
Mahakumbh 2025: आज महाकुंभ 2025 मेले का आगाज हो गया है। भारी संख्या में श्रद्धालु मेले में पहुंचकर कर पौष पूर्णिमा का स्नान कर रहे है। इस बार पूरा मेला डिजीटल है और जगह-जगह क्यूआर कोड लगे हुए है। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि महाकुम्भ मेले में आए श्रद्धालु बिजली के खंभों पर लगे क्यूआर कोड से अपनी लोकेशन जान सकेंगे। शर्मा ने कहा कि इस बाबत 25 सेक्टर में फैले महाकुम्भ मेला क्षेत्र में 50 हज़ार से ज्यादा विद्युत खंभों पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं।
'सुझाव व शिकायतें भी नियंत्रण कक्ष को भेज सकेंगे'
यूपी के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने बताया कि देश-विदेश से इस समय एक करोड़ श्रद्धालु मेला क्षेत्र और घाटों पर पहुंच चुके हैं और पवित्र संगम में स्नान कर रहे हैं। इस क्यूआर कोड से सभी श्रद्धालुओं को अपनी लोकेशन जानने में आसानी होगी कि वे किस सेक्टर या फिर किस सड़क पर हैं। मंत्री ने बताया कि श्रद्धालु अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करके अपने सुझाव व शिकायतें भी नियंत्रण कक्ष को भेज सकते हैं।
'महाकुंभ स्वच्छता, सुरक्षा और आधुनिकता के लिए मानक स्थापित करेगा'
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ का यह संस्करण एक भव्य, दिव्य और डिजिटल रूप से उन्नत आयोजन होगा। लगभग 10,000 एकड़ क्षेत्र में होने जा रहा यह आयोजन स्वच्छता, सुरक्षा और आधुनिकता के लिए एक अनुकरणीय मानक स्थापित करेगा। श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ाने के लिए डिजिटल पर्यटक मानचित्र से शौचालयों की सफाई की निगरानी की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा स्मार्टफोन के साथ एकीकृत एआई-संचालित प्रणाली सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। उन्होंने यह भी कहा था कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक भी है। महाकुंभ के दौरान आयोजन स्थल दुनिया के सबसे बड़े अस्थायी शहर में तब्दील हो जाता।