Edited By Umakant yadav,Updated: 18 Jan, 2021 12:28 PM
संगम तट पर लगे सबसे बड़े धार्मिक माघ मेले में पर्यटन विभाग की ओर से एक आकर्षित धार्मिक प्रदर्शनी लगाई गयी है। प्रदर्शनी मुख्य रूप से धार्मिक पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगाई गई है।
प्रयागराज: संगम तट पर लगे सबसे बड़े धार्मिक माघ मेले में पर्यटन विभाग की ओर से एक आकर्षित धार्मिक प्रदर्शनी लगाई गयी है। प्रदर्शनी मुख्य रूप से धार्मिक पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगाई गई है। प्रदर्शनी में सबसे ज़्यादा आकर्षित अयोध्या का राम मंदिर का प्रस्तावित मॉडल है जिसको लोग खूब पसंद कर रहे और अधिकतर लोग सेल्फी खींचते नज़र आ रहे है।
इसके साथ ही अयोध्या में हुआ दीपोत्सव, वाराणसी के मंदिरों के साथ-साथ देव दीपावली के दृश्य को भी दिखाया गया है। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि, द्वारिकाधीश मंदिर, गिरिराज जी महाराज गोवर्धन, मानसी गंगा गोर्वधन, वृन्दावन स्थित प्रेम मंदिर, श्री रंगजी मंदिर एवं बरसाना का राधा रानी मंदिर प्रदर्शित किया गया है।
देश के सबसे बड़े धार्मिक माघ मेले में पर्यटन विभाग ने धार्मिक स्थलों को बढ़ावा देने के लिए मेला क्षेत्र में एक धार्मिक प्रदर्शिनी लगाई है। जिसके प्रवेश द्वार पर लिखा गया है कि 'यूपी नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा'। प्रदर्शनी में प्रदेश के धार्मिक स्थलों को दर्शाया गया है। ये प्रदर्शनी माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि यानी 11 मार्च तक के लिए लगाई गई है। इस प्रदर्शिनी को देखने आ रहे लोग खूब पसंद कर रहे हैं।
दर्शननार्थी अभिषेक गुप्ता और साक्षी का कहना है कि एक ही जगह हम उत्तर प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों को देख रहे हैं। लोगों को सबसे ज़्यादा अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर का मॉडल पसन्द आ रहा है। कोई सेल्फी ले रहा है तो कोई अपने कैमरे में तस्वीरों को कैद कर रहा है। प्रदर्शनी को तीर्थ यात्रियों, श्रद्धालुओं तथा दर्शनार्थियों की बड़ी संख्या में भीड़ प्रदर्शनी देखने आ रही है।
पर्यटन विभाग के उप निदेशक दिनेश कुमार ने बताया कि धार्मिक स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस प्रदर्शिनी को लगाया गया है। प्रदर्शिनी को लगे 4 दिन ही हुए हैं लेकिन लोगों में दिख रहा उत्साह इस प्रदर्शिनी को सफल बना रहा है। हालांकि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए समस्त आवश्यक व्यवस्थायें प्रदर्शनी में सुनिश्चित की गयी हैं।
आकर्षण का केंद्र बनी इस प्रदर्शनी में प्रयागराज के कई मंदिरों के दृश्य के साथ-माघ मेला, कुम्भ मेला, गोरखपुर का गोरखनाथ मंदिर, चित्रकूट स्थित रामघाट गणेश चाग को प्रदर्शित किया गया है।