Edited By Imran,Updated: 14 Nov, 2024 12:59 PM
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में खनन माफियाओं का वर्चस्व आज भी कायम है। दरअसल, अवैध खनन की सूचना पर महिला अफसर मौके पर पहुंच गईं, लेकिन वहां पर मामला उल्टा दिखाई दिया। खनन माफिया ही महिला अफसर को धमकाने लगा। अफसर का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। उनका धक्का...
Sitapur News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में खनन माफियाओं का वर्चस्व आज भी कायम है। दरअसल, अवैध खनन की सूचना पर महिला अफसर मौके पर पहुंच गईं, लेकिन वहां पर मामला उल्टा दिखाई दिया। खनन माफिया ही महिला अफसर को धमकाने लगा। अफसर का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। उनका धक्का देकर गिरा दिया। धक्का-मुक्की और बदसलूकी की।
इस घटना की शिकायत महिला अफसर ने डीएम अभिषेक आनंद से की। पुलिस ने महिला अफसर की शिकायत पर छेड़छाड़ सहित अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया। बुधवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। मामला रामकोट थाना इलाके का है।
बिना आदेश...अंधेर में हो रही थी खनन
जिलाधिकारी से की गई शिकायत में महिला अफसर ने यह भी कहा कि मुझे 6 नवंबर की रात 1 बजे उन्हें धनईखेड़ा में अवैध खनन के इनपुट मिले। इसके बाद मैं होमगार्ड राधेलाल और महेंद्र सिंह के साथ मौके पर पहुंच गई। वहां जेसीबी, डंफर और ट्रैक्टर बिना नंबर प्लेट का खनन करते मिले।
महिला अफसर ने के अनुसार, जेसीबी चालक से जब कागज की मांग की गई तो पता चला कि डीएम ऑफिस से दिवाकर प्रसाद ने 26 अक्टूबर से 24 नवंबर तक के लिए गाटा संख्या 125 साधारण मिट्टी की खुदाई के लिए परमिशन ली है। मगर खुदाई दूसरी जगह हो रही थी। वो भी अंधेरे में।
3 अरेस्ट, मुख्य आरोपी अभी फरार
वहीं, इस मामले में जिलाधिकारी के आदेश के बाद 12 नवंबर को पुलिस ने अरजीत शुक्ला और दिवाकर प्रसाद समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। बुधवार देर रात तीन आरोपियों को आकाश, राजकुमार, नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों चालक है। मुख्य आरोपी अरजीत शुक्ला और दिवाकर प्रसाद की तलाश जारी है।