Edited By Ramkesh,Updated: 02 Dec, 2020 06:43 PM
देश भर में लव जिहाद को लेकर बहस छिड़ी हुई है। हाल ही में देश भर में कई लव जिहाद के मामले भी सामने आ चुके है। इतना ही नही लव जिहाद को लेकर अब संसद में कानून बनाने की मांग तक उठने लगी है।
लखनऊ: देश भर में लव जिहाद को लेकर बहस छिड़ी हुई है। हाल ही में देश भर में कई लव जिहाद के मामले भी सामने आ चुके है। इतना ही नही लव जिहाद को लेकर अब संसद में कानून बनाने की मांग तक उठने लगी है। हालांकि यूपी की योगी सरकार ने लव जिहाद के खिलाफ कानून भी बना दिया है। लेकिन लव जिहाद के बढ़ते मामलों के बाद सुन्नी बरेलवी मसलक की सबसे बड़ी दरगाह आला हजरत ने पहल करते हुए फतवा जारी किया है। फतवे में कहा गया है की जबरन किसी गैर धर्म की लड़की का धर्मांतरण कराना या उससे जबरन शादी, या निकाह करना नाजायज है।
दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता से किया सवाल
1- क्या इस्लामी शरीयत में लव जिहाद का कोई महत्व है, क्या छल, फरेब, धोखा और दबाब में लेकर किसी गैर मुस्लिम लड़की से मुस्लिम लड़का शादी कर सकता है?
2- क्या कोई मुस्लिम लड़का दबाब और जोर जबरदस्ती किसी गैर मुस्लिम लड़की का धर्म परिवर्तन करवा सकता है?
3- जिन लोगो ने अपना मकसद और उल्लू सीधा करने के लिए इस्लाम का गलत इस्तेमाल किया ऐसे लोगो के लिए इस्लामिक शरीयत में क्या हुक्म है?
हजरत से जारी हुए फतवे में इन सवालों का दिया जबाब
लव जिहाद नाम की इस्लामी शरीयत में कोई इसतेल न पहले थी न आज और जिस तरीके से लव जिहाद को दुनिया के सामने पेश किया जा रहा है इस्लाम उसका खंडन करता है। ऐसे लोग जो जबरन किसी लड़की का धर्मांतरण करते है और जबरन उनसे निकाह या शादी करते है इस्लाम में ऐसे लोगो की कोई जगह नही है। बल्कि खुद मुस्लिम लड़की तक से उसकी बगैर मर्जी के निकाह की इस्लाम इजाजत नही देता है। बल्कि इस्लाम में ऐसे लोगों को 100 कोड़े मारने की सजा है और अगर 10 कोड़ो में उसकी मौत हो जाती है तो भी उसकी लाश को 90 कोड़े मारे जाए। ऐसे लोग जो इस्लाम के नाम पर अपना मकसद सीधा करते है, ऐसे लोगो की इस्लाम में कोई जगह नही है, इस्लाम से ऐसे लोगों को खारिज किया जाता है।
गौरतलब है की लव जिहाद कानून बनने के बाद पहला मुकदमा बरेली के देवरनिया थाने में दर्ज किया गया था। हालांकि इस तरह के फतवे पहले भी जारी होते रहे है लेकिन देखने वाली बात ये होगी की लोग इस फतवे का कितना पालन करते है।