Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 18 Aug, 2022 04:08 PM
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर को लेकर सभी तरफ भक्तिमय माहौल बना हुआ है। लोग बड़े उत्साह के साथ धूमधाम से इस अवसर को मनाते है। लेकिन इस साल जन्माष्टमी को लेकर लोगों के मनों में अस्पष्टता है। कही पर भक्त आज 18 अगस्त के दिन यह उत्सव मना रहे है..
वाराणसीः श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर को लेकर सभी तरफ भक्तिमय माहौल बना हुआ है। लोग बड़े उत्साह के साथ धूमधाम से इस अवसर को मनाते है। लेकिन इस साल जन्माष्टमी को लेकर लोगों के मनों में अस्पष्टता है। कही पर भक्त आज 18 अगस्त के दिन यह उत्सव मना रहे है और कही पर लोग 19 अगस्त के दिन श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाने की तैयारी कर रहे है। तो आइए हम आपको बताते है कि जन्माष्टमी की सही तारीख क्या है और आप जन्माष्टमी किस दिन मना सकते है।
यह है सही तारीख..
बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि की शुरुआत 18 अगस्त (गुरुवार) की रात 9ः21 मिनट से शुरू हो रही है। जो 19 अगस्त को रात 10ः55 मिनट तक रहेगी। काशी के जाने माने विद्वान स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त यानी शुक्रवार को मनाया जाएगा।
कैसे रखें व्रत...
उन्होंने कहा है कि इस दिन भक्त पूरे दिन व्रत रखकर मध्य रात्रि में 12 बजकर 3 मिनट से शुभ मुहूर्त में भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें और फिर उन्हें माखन, मिश्री, दही, धनिया का चूर्ण और दूध अर्पण करें।इस दिन व्रत रखने वाले भक्तों को सुबह स्नान के बाद भगवान श्री कृष्ण की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद दिन में फल खा सकते हैं और मध्य रात्रि में शुभ भगवान कृष्ण को दूध से बने सामानों का भोग लगाकर उनकी पूजा करनी चाहिए और अगले दिन स्नान के बाद व्रत का पारण करना चाहिए।
जाने पूजा करने की विधि..
स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण के जन्म और पूजन के लिए मध्य रात्रि में 12 बजकर 3 मिनट से 12 बजकर 47 का समय सबसे शुभ है। यह माना जाता है कि कान्हा को पंचामृत से स्नान कराकर जो भी भक्त कपूर और घी के दीपक से उनकी आरती करता है, भगवान श्रीकृष्ण उसकी सभी मनचाही मुरादें पूरी कर देते हैं।