Edited By Prashant Tiwari,Updated: 22 Nov, 2022 12:49 PM
साल 2019 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिले में 450 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रेल कोच नवीनीकरण कारखाना का शिलान्यास किया था। जो कि अब बनकर पूरी तरह से तैयार है।
झांसी (सहजाद खान) : साल 2019 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिले में 450 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रेल कोच नवीनीकरण कारखाना का शिलान्यास किया था। जो कि अब बनकर पूरी तरह से तैयार है। रेल कोच नवीनीकरण कारखाना का निर्माण कार्य नवंबर-2020 में शुरू हुआ। यह रेल कोच नवीनीकरण कारखाना 74 एकड़ में फैला है। जिसमें प्री-इंजीनियरिंग बिल्डिंग शेड 65000 वर्ग मीटर का है। इसमें अपशिष्ट जल रीसाइक्लिंग प्लांट, शेड की छत पर 700 KWP लगे सोलर प्लांट लगाया गया है। जो पूरी परियोजना को ग्रीन परिवेश के साथ पर्यावरण के अनुकूल बनाता है। झांसी के लिए रेल कोच नवीनीकरण कारखाना एक बड़ी उपलब्धि साबित होने जा रही है।
अत्याधुनिक मशीनों से कारखाने में होगा काम
आपको बताते चले कि इस हाईटेक रेल कोच नवीनीकरण कारखाने में अत्याधुनिक मशीनरी और प्लांट लगाए गए है। जिनमें रोबोटिक आर्म पेंट मशीन, शॉट ब्लास्टिंग प्लांट, बोगी असेंबलिंग में ऑटोमेशन और रिमोट कंट्रोल से लैस ईओटी क्रेन शामिल हैं। इन मशीनों में अब सबसे खास मशीन रोबोटिक अप एक मशीन है। जो एल बी एच को से लेकर वंदे भारत को को पेंट करेगा। अभी तक ट्रेनों में कोचों की पेंटिंग मैनुअल होती थी। जिसमें काफी समय लगता था। रेल कोचों की पेंटिंग में भी गुणवत्ता नहीं दिखती थी। झांसी के इस-नए रेल कोच नवीनीकरण कारखाने में देश की सभी प्रमुख ट्रेनों के डिब्बों को रोबोट आर्म्स मशीन पेंट करेगी । इस मशीन के पेंट करने से समय बचेगा और काम भी बेहतर होगा। सबसे बड़ी बात अब तक रेलकर्मी कोचों में पेंट करते थे तो कहीं ना कहीं रेलकर्मी गंभीर रोगों का शिकार होते थे। ऐसे में रोबोटिक आर्म्स मशीन के कोचों में पेंट करने से रेल कर्मियों के स्वास्थ्य पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। रेलवे के इतिहास में पहली बार झांसी में इस नवीनीकरण कारखाने में रोबोटिक और मशीन की सहायता ट्रेनों के कोचों की पेंटिंग करने में ली जा रही है।
लगभग 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद
रेल कोच नवीनीकरण कारखाना बनने की वजह से झांसी से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। वृहद परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर धीरज मिश्रा का कहना है कि रेल कोच नवीनीकरण कारखाना साल 2023 में बनकर तैयार हो जाएगा। कारखाने में वंदे भारत ट्रेन के कोटो से लेकर एलएचबी कोच के साथ-साथ तमाम अन्य ट्रेनों के कोचों की पेंटिंग का काम रोबोटिक आर्म मशीन के जरिए किया जाएगा। जो अपने आप में सबसे अनूठा प्रयोग होगा।