Edited By Anil Kapoor,Updated: 09 Mar, 2021 04:23 PM

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कुंभ-2019 के दौरान श्रद्धालुओं और संतों को ठहराने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे। जिसका ब्यौरा ना मिलने के बाद आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। कुंभ के दौरान सरकार की ओर से दी गई इस राशि के उपयोग की जांच....
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कुंभ-2019 के दौरान श्रद्धालुओं और संतों को ठहराने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे। जिसका ब्यौरा ना मिलने के बाद आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। कुंभ के दौरान सरकार की ओर से दी गई इस राशि के उपयोग की जांच की जा रही है। आयकर विभाग द्वारा यह नोटिस 13 अखाड़ों व 3 मठों-आश्रमों को जारी हुआ है। वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती को भी आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है।
जानकारी मुताबिक यह नोटिस कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स एक्जम्शन की तरफ से जारी किया गया है। जिसमें संत निवास के नाम पर जारी की गई 1-1 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि के इस्तेमाल का ब्यौरा तलब किया है। वहीं आयकर विभाग का कहना है कि सरकार की ओर से जो 1-1 करोड़ रुपए की मदद दी गई थी। उसमें कुम्भ मेला-2019 के दौरान श्रद्धालुओं और संतों को ठहराने के लिए और रसोई घर के निर्माण और कहां-कहां पर कितना रुपया खर्च किया गया, इसका कोई विवरण अभी तक अखाड़ों की तरफ से नहीं दिया गया है। इसलिए यह नोटिस जारी किया गया है।
बताया जा रहा है कि कुंभ मेला 2019 के दौरान श्रद्धालुओं और संतों के रहने के लिए संत निवास और रसोई घर के निर्माण में कितना- कितना रुपया खर्च किया गया, इसका कोई जानकारी अभी तक अखाड़ों की तरफ से नहीं दी गई है। इसलिए आयकर विभाग की तरफ से यह नोटिस जारी किया गया है।