Edited By Mamta Yadav,Updated: 13 May, 2022 08:08 PM
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिये अशासकीय और राजकीय महाविद्यालयों में बीते पांच साल में प्रवक्ता पद पर रिकॉर्ड नियुक्ति करने का दावा करते हुए दो हजार से अधिक प्रवक्ता के पद पर आगामी...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिये अशासकीय और राजकीय महाविद्यालयों में बीते पांच साल में प्रवक्ता पद पर रिकॉर्ड नियुक्ति करने का दावा करते हुए दो हजार से अधिक प्रवक्ता के पद पर आगामी अगस्त में नियुक्ति करने की तैयारी कर ली है। इसके लिये रिक्त पदों पर लिखित परीक्षा हो चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि आगामी अगस्त तक इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पूरा कर शिक्षकों को नियुक्त कर दिया जायेगा। वहीं सहायता प्राप्त कालेजों में प्राचार्यो की नियुक्ति 14 साल बाद हुई है। बीते पांच सालों में 290 प्राचार्य चयनित हुए। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार योगी सरकार ने बीते पांच सालों में पारदर्शी चयन प्रक्रिया के तहत डिग्री कॉलेजों में सर्वाधिक शिक्षकों की नियुक्ति की है।
सरकार का दावा है कि 2017 से 2022 तक राजकीय महाविद्यालयों में 766 प्रवक्ता चयनित हुए हैं। जबकि 2002 रिक्त पदों के लिए लिखित परीक्षा संपन्न की जा चुकी है। अगस्त तक इनकी नियुक्ति हो जायेगी। पिछली सरकारों पर इन पदों पर हुयी नियुक्ति की तुलना करते हुए आंकड़ों के आधार पर बताया गया कि 2012-2017 के दौरान 557 और 2007 से 2012 के बीच 487 प्रवक्ता चयनित हुए थे। जबकि 2003 से 2007 में यह संख्या महज 147 ही थी।