Edited By Mamta Yadav,Updated: 27 Jun, 2023 06:33 PM

पूरे देश में जहां 2 दिन के बाद ईद उल अज़हा का त्यौहार मनाया जाएगा तो वहीं मेरठ में ईद से 2 दिन पहले हिंदू संगठनों ने सड़क पर नमाज होने का विरोध का ऐलान किया है। हिंदू संगठन ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सड़क पर ईद की नमाज पढ़ी जाएगी तो...
Meerut News, (आदिल रहमान): पूरे देश में जहां 2 दिन के बाद ईद उल अज़हा का त्यौहार मनाया जाएगा तो वहीं मेरठ में ईद से 2 दिन पहले हिंदू संगठनों ने सड़क पर नमाज होने का विरोध का ऐलान किया है। हिंदू संगठन ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सड़क पर ईद की नमाज पढ़ी जाएगी तो उसके जवाब में हिंदू संगठन सड़क पर सुंदरकांड का पाठ करेंगे और हनुमान चालीसा भी पढ़ेंगे। इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है।

दरअसल, आगामी 29 तारीख को पूरे देश में ईद उल अज़हा का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग ईदगाह में नमाज़ अदा करने के लिए जाते हैं। इस मुद्दे पर हिंदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही ने कहा कि अगर मुस्लिम समाज के लोग ईद की नमाज सड़क पर पढ़ेंगे तो हिंदू संगठन के लोग भी सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ेंगे और सुंदरकांड का पाठ करेंगे और इसके लिए प्रशासन की इजाजत नहीं ली जाएगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरीके से मुस्लिम समाज के लोग बगैर प्रशासन की अनुमति के सड़कों पर नमाज अदा कर रहे हैं वो सरासर गलत है।

सिरोही ने कहा कि योगी सरकार में मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए कोई अलग से छूट नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए एक है और अगर मुस्लिम समाज के लोग सड़क पर नमाज पढ़ेंगे तो फिर हिंदू समाज के लोग सड़कों पर सुंदरकांड का पाठ करते हुए हनुमान चालीसा भी पढ़ेंगे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली बार ईद उल फितर के मौके पर भी मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा सड़क पर नमाज अदा की गई थी जिसके चलते प्रशासन के द्वारा सड़क बंद की गई थी।